यू टी खादर होंगे कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष, पहली बार राज्य में बनेगा मुस्लिम स्पीकर

कर्नाटक विधानसभा में पहली बार कोई मुस्लिम स्पीकर के पद पर आसीन होगा। देर रात स्पीकर पद के लिए उनके नाम को मंजूरी मिली है। खादर 5 बार से विधायक हैं और सिद्धारमैया सरकार में मंत्री रह चुके हैं।

यू टी खादर बनेंगे कर्नाटक विधानसभा में स्पीकर (फोटो यू टी खादर के फेसबुक पेज से)
यू टी खादर बनेंगे कर्नाटक विधानसभा में स्पीकर (फोटो यू टी खादर के फेसबुक पेज से)
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नाहिद अताउल्लाह

वरिष्ठ कांग्रेस विधायक यू टी खादर कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर होंगे। सोमवार देर रात को राज्य की कांग्रेस सरकार ने खादर के नाम पर मुहर लगा दी। यू टी खादर मेंग्लुरु क्षेत्र के दक्षिण कर्नाटक जिले से आते हैं और एक वरिष्ठ मुस्लिम नेता हैं। इस कदम को कांग्रेस द्वारा मुस्लिमों के प्रति आभार प्रकट करने के तौर पर देखा जा रहा है। हाल के विधानसभा चुनाव में मुस्लिम मतदाताओं ने कांग्रेस को खुलकर समर्थन दिया है।

यू टी खादर 5 बार विधायक रह चुके हैं। पिछली विधानसभा में वे उप नेता विपक्ष थे। इसके अलावा 2013 की सिद्धारमैया सरकार में और फिर 2018 की कांग्रेस-जेडीएस सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।

खादर स्पीकर पद के लिए आज अपना नामांकन दाखिल करेंगे, और संभावना है कि उनका निर्वाचन निर्विरोध हो जाएगा क्योंकि 66 विधायकों वाली बीजेपी और 19 विधायकों वाली जेडीएस ने इस पद के लिए किसी भी उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारा है। कर्नाटक विधानसभा का तीन दिवसीय सत्र सोमवार को शुरु हुआ है और नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जा रही है। खादर चुने जाने के बाद बुधवार को पद ग्रहण करेंगे।

नेशनल हेरल्ड से बातचीत में खादर ने कहा कि उन्हें तो कैबिनेट में जगह मिलने की उम्मीद थी, लेकिन पार्टी के इस फैसले ने उन्हें चौंका दिया है। उन्होंने कहा कि “मंत्री तो कोई भी कभी भी बन सकता है, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष का पद मिलना बहुत बड़ी बात है। मैं इस चुनौती को विनम्रता से स्वीकार करते हुए विश्वास के साथ सदन को चलाने की कोशिश करूंगा।“

बता दें कि नवनिर्वाचित कर्नाटक विधानसभा में 9 मुस्लिम विधायक हैं और सभी  कांग्रेस पार्टी से चुने गए हैं। कांग्रेस ने कुल 15 मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में उतारे थे जिनमें से 9 ने जीत हासिल की है। दूसरी तरफ जेडीएस ने 23 मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे लेकिन उसका एक भी उम्मीदवार कामयाब नहीं हुआ। कर्नाटक में मुसलमानों की आबादी करीब 13 फीसदी है।

पिछली विधानसभा में सात मुस्लिम विधायक थे और वे भी सभी कांग्रेस से ही निर्वाचित हुए थे। इसके अलावा 2013 में कुल 11 मुस्लिम विधायक चुने गए थे जिनमें से 9 कांग्रेस के टिकट पर और 2 जेडीएस के टिकट पर निर्वाचित हुए थे। विधानसभा में सबसे अधिक मुस्लिम विधायकों की संख्या 1978 में रही है जब 16 मुस्लिम विधायक चुने गए थे। उस समय डी देवराज अर्स मुख्यमंत्री थे। इसके अलावा सबसे कम मुस्लिम विधायकों की संख्या 1983 में रही है जब सिर्फ 2 मुस्लिम विधायक थे। उस समय राम कृष्ण हेगड़े कर्नाटक के मुख्यमंत्री थे।


स्पीकर पद के लिए खादर के नाम के ऐलान ने सभी को चौंका दिया है। आम चर्चा में पूर्व मंत्री एच के पाटिल और टी बी जयाचंद्र के नाम सरगोशियों में थे, जबकि खादेर का नाम मंत्री पद के लिए चर्चा में था।

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पार्टी नेता राहुल गांधी मुस्लिम समुदाय को उनके समर्थन के लिए उपहार देना चाहते थे। आंकड़ों के मुताबिक कर्नाटक के करीब 80 फीसदी मुस्लिम मतदाताओं ने कांग्रेस के पक्ष में वोट दिया है। ध्यान रहे कि इस चुनाव में कर्नाटक में मुस्लिमों को दिया जाने वाला 4 फीसदी आरक्षण को पिछली बीजेपी सरकार द्वारा खत्म कर देना भी मुद्दा रहा है। इसके विपरीत कांग्रेस ने इस आरक्षण को बहाल करने के साथ ही 5 गारंटी का ऐलान किया था। इन गारंटी में आम लोगों से जुड़ी समस्याओं का समाधान था। साथ ही कांग्रेस ने पीएफआई के साथ ही बजरंग दल जैसे संगठनों पर पाबंदी की भी घोषणा की थी।

माना जा रहा है कि खादर को स्पीकर के पद पर आसीन करने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नया जोश आएगा क्योंकि तटीय कर्नाटक में कांग्रेस का प्रदर्शन कोई खास नहीं रहा है, हालांकि शिवमोगा और कोडागु जैसे जिलों में कांग्रेस ने बीजेपी को अप्रत्याशित ढंग से पीछे छोड़ा है।

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