प्रसिद्ध कथक उस्ताद पद्म भूषण कुमुदिनी लाखिया का निधन, 95 साल की उम्र में ली आखिरी सांस

देश की प्रतिष्ठित और नृत्य जगत की कथक उस्ताद पद्म भूषण कुमुदिनी लाखिया ने संसार से विदा ले ली। कुमुदिनी लाखिया का 95 वर्ष की आयु में निधन हो गया है।

फोटो: सोशल मीडिया
i
user

नवजीवन डेस्क

देश की जानी-मानी कथक नृत्यांगना और नृत्य गुरु कुमुदिनी लाखिया का निधन हो गया है। वे 95 साल की थीं। उनके निधन की जानकारी RJ देवकी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के ज़रिए दी और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

RJ देवकी ने अपनी पोस्ट में लिखा- वे केवल नृत्य नहीं करती थीं, उन्होंने कथक को नए रूप में गढ़ा। अदालतों से लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों तक, परंपरा और नवाचार के बीच पुल बनाईं। उन्होंने हर प्रस्तुति को कविता बना दिया। उन्होंने आगे लिखा, “कदंब नृत्य केंद्र की संस्थापक, अनेक पुरस्कारों से सम्मानित, वे एक नर्तकी नहीं बल्कि एक आंदोलन थीं। आज कथक मौन है, लेकिन उनके घुंघरू हर दिल में गूंजते रहेंगे।

कुमुदिनी लाखिया को उनके अद्वितीय योगदान के लिए देश-विदेश में कई बड़े पुरस्कार मिले। इनमें पद्म श्री, पद्म भूषण, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और कई अंतरराष्ट्रीय सम्मान शामिल हैं, कुछ समय पहले उन्हें पद्म विभूषण भी दिया गया था, जिस पर उन्होंने खुशी जताते हुए कहा था कि “यह दशकों की मेहनत का फल है। मैं खुश हूं कि हमने भारतीय नृत्य को नई पीढ़ी तक पहुंचाया है।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia