कठुआ-उन्नाव रेप: अखिलेश का बीजेपी पर हमला, महबूबा ने आसिफा मामले में आरोपी 4 पुलिसकर्मियों को किया बर्खास्त 

अखिलेश यादव ने कहा कि कठुआ और उन्नाव सामूहिक दुष्कर्म कांड में जो भी शामिल है, उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए सरकार को एक मिसाल पेश करनी चाहिए।

फोटो: IANS
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आईएएनएस

समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कठुआ और उन्नाव सामूहिक दुष्कर्म कांड को लेकर बीजेपी की कड़ी आलोचना की। उन्होंने केंद्र सरकार से इन दोनों मामलों में सख्त से सख्त कार्रवाई कर मिसाल पेश करने की मांग की। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने शनिवार को पार्टी कार्यालय में बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती के अवसर पर लोहिया सभागार में डॉ. अंबेडकर की मूर्ति का अनावरण किया।

पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि कठुआ और उन्नाव सामूहिक दुष्कर्म कांड में जो भी शामिल है, उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए सरकार को एक मिसाल पेश करनी चाहिए।

अखिलेश ने इन दोनों जघन्य अपराधों में दोषियों को बचाने के प्रयास किए जाने को लेकर भाजपा की कड़ी आलोचना की।

अखिलेश ने कहा कि देश के तमाम हिस्सों में दलितों और महिलाओं के खिलाफ अपराध हो रहे हैं। जहां-जहां बीजेपी की सरकार है, वहां अपराध और ज्यादा है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में एक साल के दौरान हुए अपराध का आंकड़ा भी पेश किया।

उन्नाव सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी विधायक को प्रदेश के डीजीपी द्वारा 'माननीय' कहे जाने पर उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री कहते थे, थाने में सपा के लोग हैं, आज मैं पूछता हूं कि डीजीपी की क्या भूमिका है। डीजीपी और गृह सचिव किसी पार्टी के नहीं होते, लेकिन बदले हुए निजाम में वे अपना कर्तव्य भूल बैठे हैं, इसके पीछे वजह क्या है। ऐसा करने के लिए उन्हें कौन बाध्य कर रहा है, यह साफ है।"

अंबेडकर महासभा द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दलित मित्र सम्मान दिए जाने पर कटाक्ष करते हुए अखिलेश ने कहा, "कई शिक्षामित्र तो मर चुके हैं, अब मुख्यमंत्री दलित मित्र हैं, देखते जाइए आगे और क्या-क्या होता है।

उधर जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कठुआ जिले में आठ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या किए जाने के मामले में आरोपी चार पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया। महबूबा के पास गृह मंत्रालय का प्रभार भी है। आधिकारिक सूत्रों ने यहां कहा कि मुख्यमंत्री ने जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर मामले की सुनवाई 90 दिनों में समाप्त करने के लिए त्वरित अदालत की मांग की है। इस मामले को लेकर देशभर में आंदोलन तेज हो गया है।

जानकार सूत्रों ने कहा कि राज्य सरकार ने मामले में आरोपी एक उपनिरीक्षक, एक हवलदार और दो विशेष पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया है।

राज्य सरकार ने यह कदम बीजेपी के दो मंत्रियों चौधरी लाल सिंह और चंद्र प्रकाश गंगा के इस्तीफे के एक दिन बाद उठाया है। दोनों ही गठबंधन सरकार में मंत्री थे। दोनों मंत्री कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या मामले के आरोपियों के समर्थन में निकाली गई रैली में शामिल हुए थे।

श्रीनगर में महबूबा मामले में अगले कदम पर चर्चा के लिए पार्टी विधायकों और वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक कर रही हैं।

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