लोकसभा चुनाव 2024: उत्तराखंड की 5 सीटों में घमासान, जानें क्या है हॉट सीट का हाल?

उत्तराखंड की 5 लोकसभा सीटें टिहरी गढ़वाल, गढ़वाल, अल्मोड़ा, नैनीताल-उधमसिंह नगर और हरिद्वार में भी पहले चरण में ही मतदान होंगे।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

देशभर की 102 लोकसभा सीट के लिए 19 अप्रैल को पहले चरण के लिए वोटिंग होनी है। ऐसे में हर तरफ सरगर्मी बढ़ गई है। बुधवार को पहले चरण के लिए प्रचार खत्म हो गया था, सभी दलों ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इस बार लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होगा। पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में वोटिंग होगी। दूसरा चरण में 26 अप्रैल को, तीसरा 7 मई को, चौथा 13 मई को, पांचवां 20 मई को, छठा 25 मई को और सातवां चरण 1 जून को होगा। वोटों की गिनती 4 जून को होगी।

लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण की जिन 21 राज्यों की 102 सीटों पर शुक्रवार को वोटिंग है उनमें देवभूमि उत्तराखंड की भी पांचों लोकसभा सीटों पर मतदान होना है। उत्तराखंड की 5 सीटें टिहरी गढ़वाल, गढ़वाल, अल्मोड़ा, नैनीताल-उधमसिंह नगर और हरिद्वार सीट शामिल है।

टिहरी गढ़वाल लोकसभा सीट

टिहरी सीट पर चुनाव मैदान में उतरे 11 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला मतदाता करेंगे, लेकिन मुख्य मुकाबला इस बार भी परंपरागत प्रतिद्वंद्वियों बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही सिमटा नजर आ रहा है। टिहरी राज परिवार की इस परंपरागत सीट पर बीजेपी से वर्तमान सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह और कांग्रेस से दो बार के विधायक जोत सिंह गुनसोला मैदान में हैं। इस बार इस सीट पर एक नाम और चर्चा में है, वो है निर्दलीय उम्मीदवार बॉबी पंवार का, जो उत्तराखंड के युवाओं के हक का मुद्दा उठाते रहे हैं। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने प्रीतम सिंह को टिकट दिया था। राज्य लक्ष्मी शाह ने प्रीतम सिंह को 3,00,586 वोट से हराया था।

टिहरी लोकसभा सीट का भविष्य मैदान के मतदाता तय करेंगे, देहरादून के मतदाताओं की भूमिका इस सीट पर सबसे अहम रहेगी। क्योंकि इस सीट पर सबसे ज्यादा 62.86 फीसदी मतदाता राजधानी देहरादून जिले में है। इसके बाद टिहरी जनपद में 21.69 फीसदी और उत्तरकाशी जनपद में 15.42 फीसदी मतदाता हैं। टिहरी संसदीय क्षेत्र में 14 विधानसभा क्षेत्र हैं। इनमें पुरोला, यमुनोत्री, गंगोत्री, घनसाली, प्रतापनगर, टिहरी, धनोल्टी, चकराता, विकासनगर, सहसपुर, रायपुर, राजपुर रोड, देहरादून कैंट और मसूरी विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।

गढ़वाल लोकसभा सीट

उत्तराखंड की चर्चित सीट गढ़वाल से बीजेपी ने राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी को प्रत्याशी बनाया है तो कांग्रेस ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को मैदान में उतारा है। मुख्य मुकाबला इनके बीच ही दिख रहा है। इसके अलावा अंकिता भंडारी मामले में सक्रिय रहे आशुतोष नेगी को उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) ने अपना प्रत्याशी बनाया है। बलूनी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का नजदीकी माना जाता है। बलूनी 2018 से राज्यसभा सांसद हैं। साथ ही बीजेपी के स्टार प्रचारक ने भी इस सीट पर निरंतर दौरा किया। इनमें पीएम मोदी अमित शाह, जेपी नड्डा, योगी जैसे नाम शामिल है।

गढ़वाल सीट भी पिछली बार यानी 2019 में बीजेपी के खाते में आई थी। इस सीट से उत्तराखंड के पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत ने जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस के मनीष खंडूरी को हराया था। पौड़ी गढ़वाल की लोकसभा सीट में 14 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। जिनमें से 13 विधानसभाओं में बीजेपी के विधायक थे, एक बद्रीनाथ विधानसभा से कांग्रेस जीती लेकिन लोकसभा चुनाव में उस विधानसभा के विधायक भी पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए।

अल्मोड़ा लोकसभा सीट

उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों में से अल्मोड़ा लोकसभा सीट पर बीजेपी ने दो बार के लोकसभा सांसद अजय टम्टा और कांग्रेस से पूर्व लोकसभा और राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा को मैदान में उतारा है। कांग्रेस बीजेपी के अलावा यहां से बीएसपी से नारायण, यूकेडी से अर्जुन देव, उपपा से किरन आर्या, बहुजन मुक्ति पार्टी से ज्योति प्रकाश टम्टा, उत्तराखंड पीपुल्स पार्टी से प्रमोद कुमार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

2019 चुनाव की बात करें तो यहां से अजय टम्टा ने जीत हासिल की थी, उन्होंने कांग्रेस के प्रदीप टम्टा को हराया था। अजय टम्टा ने 2,32,986 लाख वोट से जीत हासिल की थी। अल्मोड़ा संसदीय सीट में 4 जनपद ,बागेश्वर, चंपावत,अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ आते हैं, इन चारों जनपदों में 13 विधानसभा सीट आती हैं। 1991 से लेकर 2004 तक बीजेपी लगातार यहां से जीती। 2009 में कांग्रेस के उम्मीदवार प्रदीप टम्टा ने चुनाव जीतकर बीजेपी को झटका दिया था। 2014 व 2019 में अल्मोड़ा लोकसभा के लिए हुए चुनाव में मुकाबला फिर से कांग्रेस के प्रदीप टम्टा और बीजेपी के अजय टम्टा के बीच हुआ था, लेकिन बीजेपी प्रत्याशी अजय टम्टा ने बाजी मार ली।

नैनीताल उधम सिंह नगर लोकसभा सीट

नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा सीट उत्तराखंड की सबसे हॉट सीट में से एक है। ये सीट ऐतिहासिक और राजनीतिक दोनों ही दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है। नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा सीट उत्तराखंड के दो जिलों नैनीताल और उधम सिंह नगर से मिलकर बना है। इस सीट की खास बात ये है कि इसमें उधम सिंह नगर के साथ ही नैनीताल का भी एक बड़ा हिस्सा शामिल होता है। इस सीट से बीजेपी ने एक बार फिर से मौजूदा सांसद पर भरोसा जताया है।

बीजेपी ने मौजूदा सांसद और केंद्र सरकार में मंत्री अजय भट्ट को उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस ने पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी को इस बार लोकसभा चुनाव का प्रत्याशी बनाया है। 2019 में भी इस सीट पर बीजेपी का ही कब्जा रहा। 20019 में बीजेपी ने अजय भट्ट को नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा सीट से टिकट दिया था। 2019 चुनाव में बीजेपी नेता अजय भट्ट ने कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत को भारी मतों से शिकस्त दी। इस चुनाव में अजय भट्ट को 7 लाख 72 हजार 195 वोट हासिल हुए जबकि हरीश राव के खाते में 4 लाख 33 हजार 99 वोट ही गए। इस सीट पर ऊधमसिंह नगर जिले के नौ विधानसभा क्षेत्र और नैनीताल जिले के पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं।

हरिद्वार लोकसभा लोकसभा सीट

हरिद्वार लोकसभा सीट पर इस बार सबकी निगाहें हैं ये सीट अबतक बीजेपी और कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए हम मानी जा रही थी, लेकिन खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने ताल ठोककर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। 2019 में में बीजेपी ने इस सीट पर जीत हासिल की थी। डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कांग्रेस के अंब्रीश कुमार को 2,58,729 वोट से हराया था।

यह लोकसभा सीट यूं तो कई मायने में जुदा है लेकिन यूपी से मिलती सीमाएं, राजनीतिक समीकरण, बीजेपी-कांग्रेस के बीच खींचतान इसे अलग बनाती है। इस बार प्रदेश में सबसे ज्यादा मतदाताओं वाली इस सीट पर मुकाबला काफी रोचक है। कुल 14 प्रत्याशी मैदान में हैं।

बीजेपी ने हरिद्वार सीट पर सीटिंग एमपी रमेश पोखरियाल निशंक को टिकट न देकर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को चुनावी मैदान में उतारा है। जबकि कांग्रेस ने उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत को प्रत्याशी बनाया है।

जम्मू की उधमपुर लोकसभा सीट

उत्तराखंड के अलावा जम्मू की एक सीट पर भी पहले चरण में वोटिंग होगी। इस संसदीय क्षेत्र में पांच जिलों की 18 विधानसभा क्षेत्र के कुल 16.23 लाख मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे। उधमपुर में लगातार दो बार से सांसद रहे जितेंद्र सिंह को बीजेपी ने फिर टिकट दिया है। वहीं कांग्रेस ने यहां से पूर्व सांसद, पूर्व विधायक रहे चौधरी लाल सिंह को लोकसभा प्रत्याशी बनाया है।

साल 2019 की बात करें तो बीजेपी के जितेंद्र सिंह ने कांग्रेस के उम्मीदवार विक्रामादित्य सिहं को 3,57,252 वोट से हराया था।

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