लोकसभा चुनाव: 7 फेज में होंगे चुनाव, 19, 26 अप्रैल, 7,13,20, 25 मई, 1 जून को वोटिंग, 4 जून को होगी मतगणना

सात चरणों में चुनाव होंगे। सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि पहले फेज की वोटिंग 19 अप्रैल, दूसरी फेज की वोटिंग 26 अप्रैल, तीसरा फेज की 7 मई, 13 मई को चौथा फेज, 20 मई को पांचवां फेज, 25 मई को छठा फेज और एक जून को सातवें चरण की वोटिंग होगी। 4 जून को मतगणना होगी।

फोटो: PTI
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नवजीवन डेस्क

लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। चुनाव आयोग ने लोकसभा 20चुनाव को लेकर तारीखों का ऐलान कर दिया है। सात चरणों में चुनाव होंगे। सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि पहले फेज की वोटिंग 19 अप्रैल, दूसरी फेज की वोटिंग 26 अप्रैल, तीसरा फेज की 7 मई,  13 मई को चौथा फेज, 20 मई को पांचवां फेज, 25 मई को छठा फेज और एक जून को सातवें चरण की वोटिंग होगी। 4 जून को मतगणना होगी।

पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा। इसमें 21 राज्यों की 102 सीटों पर वोटिंग होगी।
दूसरे चरण में 26 अप्रैल को वोटिंग होगी। इसमें 13 राज्यों की 89 सीटों पर वोटिंग होगी। 
तीसरे चरण में 7 मई को वोटिंग होगी। 12 राज्यों की 94 सीटों पर वोटिंग होगी।
चौथे चरण में 13 मई को वोटिंग होगी। 10 राज्यों की 96 सीटों पर वोटिंग होगी। 
पांचवें चरण में 20 मई को वोटिंग होगी। 8 राज्यों की 49 सीटों पर वोटिंग होगी। 
छठें चरण में 25 मई को वोटिंग होगी। 7 राज्यों की 57 सीटों पर वोटिंग होगी। 
सातवें चरण में 1 जून को वोटिंग होगी। 8 राज्यों की 57 सीटों पर वोटिंग होगी।
नतीजे 4 जून को आएंगे।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कुल मतदाताओं में 49.7 करोड़ पुरुष, 47.1 करोड़ महिलाएं, 48 हजार ट्रांसजेंडर शामिल हैं। इस बार 96.8 करोड़ वोटर्स वोट डालने जा रहे हैं। यानी कि करीब 97 करोड़ लोग लोकसभा चुनाव में वोट डालेंगे। आगामी लोकसभा चुनाव में करीब 1.8 करोड़ वोटर्स ऐसे हैं, जो पहली बार किसी वोट डालेंगे।

सीईसी ने कहा कि चुनाव कराने को लेकर ECI के सामने 4 चुनौतियां हैं। बाहुबल का इस्तेमाल, धनबल, झूठी खबर और एमसीसी का उल्लंघन। उन्होंने कहा कि हम हिंसा मुक्त चुनाव करवाना चाहते हैं, लिहाजा इलेक्शन के दौरान कोई भी खून-खराबा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

चुनाव आयोग की घोषणा के साथ ही पूरे देश में आचार संहिता लागू हो गई। इसके बाद सरकारें नई घोषणाएं नहीं कर सकेंगी। हालांकि पहले से जारी विकास कार्यों को पूरा किया जा सकेगा। आचार संहिता लागू होते ही राजनीतिक दलों को कई तरह के प्रतिबंधों का पालन करना पड़ेगा।

मुख्य चनाव आयुक्त की प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य बातें:

  • इस बार कुल 96.8 करोड़ मतदाता हैं।

  • 21.5 करोड़ युवा मतदाता इस बार मतदान करेंगे।

  • 18 से 29 साल के साढ़े 21 लाख मतदाता हैं।

  • 55 लाख ईवीएम का चुनाव में इस्तेमाल होगा।

  • मतदान के लिए 10.5 लाख पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं।

  • देश में 47.1 करोड़ महिला मतदाता हैं।

  • देश में 49.7 करोड़ पुरुष मतदाता हैं।

  • दिव्यांग मतदाता घर से डाल सकेंगे वोट।

  • राजनीतिक पार्टियों को बताना होगा, आपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्ति को टिकट क्यों दिया।

  • 12 राज्यों में महिला मतदाताओं का अनुपात पुरुष मतदाताओं से अधिक है।


2019 में लोकसभा के नतीजें

साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 303 सीटें जीती थी। वहीं, कांग्रेस को 52 सीट मिली थीं। बात करें उत्तर प्रदेश की तो यहां की 80 में से 64 सीटों पर एनडीए ने जीती हासिल की थी। बीजेपी ने 62, अपना दल एस ने दो सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं, बीएसपी 10, समाजवादी पार्टी 5 और कांग्रेस ने एक सीट पर जीत हासिल की थी।

महाराष्ट्र की 48 में से 41 सीटों पर एनडीए ने जीत दर्ज की थी। बीजेपी ने 23 और अविभाजित शिवसेना ने 18 सीटों पर जीत हासिल की थी। अविभाजित एनसीपी को चार, कांग्रेस को एक, एआईएमआईएम को एक सीट पर जीत मिली थी। एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी।

बात करें मध्य प्रदेश की तो यहां की 29 में से 28 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। कांग्रेस को एक सीट पर जीत मिली थी। छिंदवाड़ा सीट से कांग्रेस के नकुलनाथ जीते थे।

वहीं, राजस्थान की सभी 25 लोकसभा सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की थी। बीजेपी को 24 सीटों पर जीत मिली थी। एक सीट से आरएलपी के हनुमान बेनीवाल ने जीत दर्ज की थी। इस बार बेनीवाल की पार्टी और बीजेपी का गठबंधन नहीं है।

पश्चिम बंगाल की 42 में से 22 सीटों पर टीएमसी ने जीत हासिल की थी। 18 पर बीजेपी और दो कांग्रेस पर को जीत मिली थी।

तमिलनाडु की 39 लोकसभा सीटों में से डीएमके को 23, कांग्रेस को 8, माकपा और भाकपा को दो-दो, आईएमएल को एक और एआईडीएमके को एक सीट पर जीत मिली थी।

कर्नाटक की 28 लोकसभा सीटों में से 25 पर बीजेपी, एक जेडीएस और एक पर कांग्रेस को जीत मिली थी। वहीं, एक सीट अन्य के हिस्से में गई थी। हालांकि, इस बार परिस्थितियां अलग हैं। तब राज्य में बीजेपी की सरकार थी अब वो विपक्ष में है और कांग्रेस सरकार में है।

वहीं, गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। बात करें आंध्र प्रदेश की तो यहां की 25 सीटें में से 22 सीटों पर वाईएसआरसीपी ने जीत दर्ज की थी। टीडीपी को तीन सीटों पर जीत मिली थी। इस बार टीडीपी, बीजेपी और पवन कल्याण की पार्टी का गठबंधन है।

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