लोकसभा चुनाव: चौथे चरण में मालवा-निमाड़ की 8 सीटों पर वोटिंग, इन सीटों पर होगी तगड़ी फाइट!

मध्यप्रदेश में चौथे चरण के लिए जिन 8 सीटों पर मतदान होने है उसमें देवास, इंदौर, उज्जैन, धार, रतलाम, मंदसौर, खरगोन और खंडवा लोकसभा सीट शामिल है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में मध्यप्रदेश की आठ सीटों पर भी 13 मई को वोटिंग होनी है। जिसनें मालवा-निमाड़ की सीटें शामिल हैं। चौथे चरण के लिए जिन 8 सीटों पर मतदान होने है उसमें देवास, इंदौर, उज्जैन, धार, रतलाम, मंदसौर, खरगोन और खंडवा लोकसभा सीट शामिल है। जानकारी के मुताबिक चौथे चरण की आठ संसदीय क्षेत्रों में नाम वापसी के बाद 74 प्रत्याशी अंतिम रूप से चुनाव मैदान में हैं। इनमें देवास में 8, उज्जैन में 9, मंदसौर में 8, रतलाम में 12, धार में 7, इंदौर में 14, खरगोन में 5 और खंडवा में 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं। लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में मध्य प्रदेश की 2 सीटों पर फाइट सबसे तगड़ी मानी जा रही है. इनमें से रतलाम और दूसरी सीट धार है।

रतलाम लोकसभा सीट

रतलाम सीट पर बीजेपी ने प्रदेश सरकार के सांसद गुमान सिंह डामोर का टिकट काटकर वन मंत्री की पत्नी अनीता सिंह चौहान को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने पूर्व मंत्री कांतिलाल भूरिया को मैदान में उतारा है। भूरिया पिछला चुनाव एक लाख से कम वोट से हारे थे। इस सीट से भूरिया पांच बार सांसद रहे है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला बराबरी का रहा था। तीन सीट कांग्रेस और एक सीट भारत आदिवासी पार्टी ने जीती थी। जबकि चार सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। 2019 में डामोर ने भूरिया को करीब 90 हजार वोट से हराया था। रतलाम संसदीय क्षेत्र में आठ विधानसभा सीटें हैं। जिनमें से 4 बीजेपी,3 कांग्रेस और एक सीट भारत आदिवासी पार्टी के पास हैं।

धार लोकसभा सीट

धार सीट पर बीजेपी ने सांसद चत्तर सिंह दरबार का टिकट काट कर पूर्व सांसद सावित्री ठाकुर को मैदान में उतारा है। वहीं, कांग्रेस ने राधेश्याम मुवैल को प्रत्याशी बनाया है। यहां पर विधानसभा चुनाव में आठ में से पांच पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। 2019 के चुनाव में चत्तर सिंह दरबार ने 1.56 लाख वोटों से जीत दर्ज की थी। धार संसदीय क्षेत्र में आठ विधानसभा सीटें है। इनमें से पांच कांग्रेस और तीन बीजेपी के पास है।

खरगौन लोकसभा सीट

खरगौन सीट पर बीजेपी ने सांसद गजेंद्र पटेल को मैदान में उतारा है। वहीं, कांग्रेस ने पोरलाल परते को टिकट दिया है। प्रधानमंत्री मोदी की खरगौन में सभा भी हो चुकी है। वहीं, कांग्रेस ने भी राहुल गांधी की सभा कराई है। विधानसभा चुनाव के रिजल्ट के अनुसार यहां पर कांग्रेस को बढ़त दिख रही है। कांग्रेस ने आठ में से पांच पर जीत दर्ज की है। 2019 के चुनाव में बीजेपी के गजेंद्र पटेल ने 2 लाख वोटों से जीत दर्ज की थी। खरगौन में आठ विधानसभा सीटों में से पांच कांग्रेस और तीन बीजेपी के पास है।

खंडवा लोकसभा सीट

खंडवा सीट पर बीजेपी ने सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने नरेंद्र पटेल को मौका दिया है। यहां पर सांसद नंद कुमार सिंह चौहान के निधन के बाद उप चुनाव में बीजेपी की लीड घटकर 80 हजार रह गई। हालांकि विधानसभा चुनाव में 8 में से सात सीट पर बीजेपी जीती है। बुरहानपुर में बड़ी संख्या में मुस्लिम मतदाता है। 2022 के उप चुनाव में ज्ञानेश्वर पाटिल 82 हजार वोटों से चुनाव जीते थे। आपको बता दें, खंडवा में आठ विधानसभा सीटों में से 7 बीजेपी और एक कांग्रेस के पास है।

मंदसौर लोकसभा सीट

मंदसौर सीट पर बीजेपी ने सांसद सुधीर गुप्ता को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने दिलीप सिंह गुर्जर को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर 2009 के चुनाव को छोड़ दे तो 1989 से बीजेपी का कब्जा है। साल 2019 में सुधीर गुप्ता ने कांग्रेस की मीनाक्षी नटराजन को 3.76 लाख वोटों से चुनाव हराया था। विधानसभा सीट- मंदसौर में आठ विधानसभा सीट में से सात बीजेपी और एक कांग्रेस के पास है।

उज्जैन लोकसभा सीट

उज्जैन संसदीय सीट पर बीजेपी ने सांसद अनिल फिरोजिया को फिर प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने महेश परमार को प्रत्याशी बनाया है। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का क्षेत्र है। यहां पर आठ में से 6 सीट पर बीजेपी विधायक जीते है। यह उनका चौथा चुनाव है। 2019 के चुनाव फिरोजिया ने 3.65 लाख वोटों से जीता था। आपको बता दें, उज्जैन में आठ विधानसभा सीट में छह पर बीजेपी और एक पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है।

देवास लोकसभा सीट

देवास सीट पर बीजेपी ने सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी को दोबारा मौका दिया है। वहीं, कांग्रेस ने राजेंद्र मालवीय को टिकट दिया है। यहां पर बीजेपी सभी आठ विधानसभा सीटें जीती है। 2019 के चुनाव की बात करें तो महेंद्र सिंह सोलंकी ने 3.72 लाख वोटों से जीत दर्ज की थी। आपको बता दें, यहां देवास में आठ विधानसभा सीटों में से सभी सीटें बीजेपी के पास है।

इंदौर लोकसभा सीट

इंदौर सीट पर बीजेपी ने सांसद शंकर ललवानी को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस के प्रत्याशी अक्षय कांति बम के नामांकन वापस लेने से मुकाबला एकतरफा हो गया है। ही है। 2019 में शंकर ललवानी ने 5.47 लाख वोट से जीत दर्ज की थी। आपको बता दें, इंदौर सीट में आठ विधानसभा सीटों में से सभी सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है।

बता दें 13 मई को प्रदेश की आठ लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। यह सभी सीटें मालवा निमाड़ क्षेत्र की है। मालवा निमाड़ क्षेत्र में प्रदेश की 64 विधानसभा आती है। खास बात यह है कि हाल ही संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में इन 64 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 46, कांग्रेस 17 और एक भारत आदिवासी पार्टी ने चुनाव जीता है। अब संसदीय चुनाव में भारत आदिवासी पार्टी के विधायक को छोडक़र शेष बीजेपी और कांग्रेस के विधायक लगातार पूरे चुनाव में प्रचार प्रसार में व्यस्त रहें।

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