मध्य प्रदेश: सुल्तानगढ़ के झरने में फंसे 45 लोग बचाए गए, 6 लापता, पिकनिक मनाने गए थे सभी

शिवपुरी के पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर ने बताया कि देर रात करीब 3 बजे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में झरने में फंसे 45 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया। पांच लोगों को हेलीकॉप्टर और बाकी के लोगों को रस्से की मदद से पानी से बाहर निकाला गया।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

मध्य प्रदेश के सुल्तानगढ़ के झरने का अचानक जलस्तर बढ़ने से पिकनिक मनाने आए लोग जल प्रवाह के बीच फंस गए थे। राहत और बचाव दल ने 45 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है जबकि 6 अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। शिवपुरी के पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर ने बताया, "देर रात लगभग तीन बजे तक चले राहत एवं बचाव दल ने 45 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया। पांच लोगों को हेलीकॉप्टर और शेष को रस्से (मोटी रस्सी) की मदद से पानी के प्रवाह के बीच से निकाला। 6 लोगों के लापता होने की ग्वालियर में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।"

राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और निर्मला सीतारमण के प्रति आभार जताया है, जिन्होंने राहत और बचाव कार्य में मदद मुहैया कराई।

गौरतलब है कि बुधवार को स्वतंत्रता दिवस के अवकाश के कारण बड़ी संख्या में लोग शिवपुरी जिले के मोहना स्थित सुल्तानगढ़ झरने पर पिकनिक मनाने गए थे। कुछ लोग चट्टान पर चढ़कर तस्वीरें खिचा रहे थे कि तभी बारिश का पानी आने से जलस्तर बढ़ गया और झरने के बीच खड़े 34 लोग पानी में फंस गए। वहीं, 15 से ज्यादा लोग बह गए।

झरने के पानी में पर्यटकों के फंसे होने की सूचना के कई घंटे बाद प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर पाया। ग्वालियर से वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने पांच लोगों को निकाला। अंधेरा होने के कारण दोबारा हेलीकॉप्टर नहीं आ पाया। उसके बाद बीएसएफ, एसडीआरएफ के दल राहत और बचाव कार्य में लगे मगर पानी का प्रवाह तेज होने के कारण रात 12 बजे तक राहत और बचाव कार्य थमा रहा। जलस्तर थोड़ा कम होने पर राहत और बचाव दल ने रस्सों की मदद से चट्टान पर बैठे लोगों को सुरक्षित निकाल लिया।

(ईएएनएस के इनपुट के साथ)

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia