मध्य प्रदेश चुनावः बीजेपी के उम्मीदवारों की पहली सूची में ही परिवारवाद की छाया, कांग्रेस ने कसा तंज
बीजेपी की मध्य प्रदेश चुनाव के लिए पहली सूची पर हम गौर करें तो एक बात साफ होती है कि इसमें परिवारवाद का बोलबाला है। ये हाल तब है जब हाल में पीएम मोदी ने परिवारवाद का आरोप लगाकर विपक्षी दलों पर जोरदार हमला बोला था।
मध्य प्रदेश चुनाव के लिए बीजेपी ने आज 39 उम्मीदवारों की जो पहली सूची जारी की है, उसमें परिवारवाद की स्पष्ट छाया नजर आ रही है। बीजेपी ने कई ऐसे उम्मीदवार बनाए हैं, जिनके पिता विधायक-सांसद रह चुके हैं। ये हाल तब है जब हाल ही में पीएम मोदी ने परिवारवाद का आरोप लगाकर विपक्षी दलों पर जोरदार हमला बोला था। कांग्रेस ने इस पर तंज कसते हुए कहा है कि बीजेपी की कथनी और करनी सामने है।
मध्य प्रदेश चुनाव के लिए बीजेपी की पहली सूची पर हम गौर करें तो एक बात साफ होती है कि इसमें परिवारवाद का बोलबाला है। सबलगढ़ से सरला रावत को उम्मीदवार बनाया गया है, जिनके ससुर मेहरबान सिंह रावत पूर्व में विधायक रह चुके हैं। इसी तरह जबलपुर की पाटन विधानसभा सीट से प्रतिभा सिंह के बेटे नीरज सिंह ठाकुर को टिकट दिया गया है।
जबकि, बीजेपी ने छतरपुर के महाराजपुर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह के बेटे कामाख्या प्रताप सिंह को मैदान में उतारा है। इसी तरह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री गोविंद नारायण सिंह के बेटे धुर्वे नारायण सिंह पर भी पार्टी ने दांव लगाया है। बीजेपी के दिग्गज नेता दिलीप सिंह भूरिया की बेटी निर्मला भूरिया को भी पार्टी ने पेटलावद से मैदान में उतारा है।
कांग्रेस ने इसे लेकर बीजेपी पर तंज कसा है और कहा है कि बीजेपी की कथनी और करनी सामने है। कांग्रेस प्रवक्ता अब्बास हफीज ने कहा कि बीजेपी हमेशा परिवारवाद की बात करती है। मगर, उसकी कथनी-करनी अलग-अलग है। यह बात बीजेपी की 39 उम्मीदवारों की जारी की गई सूची को देखकर समझी जा सकती है। बीजेपी नेता हमेशा परिवारवाद खत्म करने की बात करते हैं। मगर सूची में कई बड़े नेताओं के परिजनों के नाम नजर आ रहे हैं, जो बीजेपी के सच को सामने लाने के लिए काफी है।
हालांकि, इस सूची की एक और खास बात ये है कि इसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया के एक समर्थक का टिकट काट दिया गया है। दरअसल आज की लिस्ट में दो ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी में शामिल हुए थे। मगर, इन दोनों में से बीजेपी ने एक को उम्मीदवार बनाया है। जबकि, दूसरे का टिकट काट दिया है। सुमावली और गोहद के तत्कालीन विधायकों ने सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़ी थी। उसके बाद उपचुनाव हुए तो बीजेपी ने सुमावली से एंदल सिंह कंसाना और रणवीर सिंह जाटव को उम्मीदवार बनाया। लेकिन दोनों उप चुनाव हार गए। आगामी विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने जो 39 उम्मीदवारों की सूची जारी की है, उनमें सुमावली और गोहद विधानसभा क्षेत्र के भी उम्मीदवारों के नाम हैं। बीजेपी ने जहां एदल सिंह कंसाना को सुमावली से फिर उम्मीदवार बनाया है, वहीं गोहद से रणवीर जाटव के स्थान पर लाल सिंह आर्य को टिकट दिया है। कुल मिलाकर सिंधिया के साथ आए इन दो विधायकों में से एक का टिकट बीजेपी ने काट दिया है।
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