मध्य प्रदेश: कूनो में दो चीता शावकों के क्षत-विक्षत शव मिले, 5 दिन पहले निर्वा ने दिया था जन्म
सिंह परियोजना संचालक शिवपुरी की ओर से प्रेस नोट जारी कर कहा, "रेडियो टेलीमेट्री जानकारी के आधार पर मालूम हुआ कि चीता निर्वा अपने डेन साइट से दूर है। डेन साइट पर पहुंचा गया तो दो नवजात चीता शावकों के शरीर क्षत विक्षत रूप में मिले।

मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में कूनो नेशनल पार्क में एक दुखद खबर सामने आई है। कूनो नेशनल पार्क में पांच दिन पहले चीता निर्वा से जन्मे 2 शावकों की मौत हो गई है। निरीक्षण दल ने बताया कि दोनों के शव क्षत-विक्षत हालत में मिले। कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों ने बुधवार देर शाम को इसकी जानकारी दी। डीएफओ आर थिरुक्कुरल ने बताया कि कूनो नेशनल पार्क में बाकी सभी वयस्क चीते और 12 शावक स्वस्थ हैं।
सिंह परियोजना संचालक शिवपुरी की ओर से प्रेस नोट जारी कर इस बात की जानकारी दी गई है। नोट में लिखा है, "27 नवंबर सुबह लगभग 11.00 बजे, रेडियो टेलीमेट्री जानकारी के आधार पर मालूम हुआ कि चीता निर्वा अपने डेन साइट से दूर है। इसके बाद वन्यप्राणी चिकित्सकों के नेत्रत्व में मॉनिटरिंग दल द्वारा डेन साइट का निरीक्षण किया गया। डेन साइट पर दो नवजात चीता शावकों के शरीर क्षत विक्षत रूप में मिले। बोमा के अंदर सभी संभावित स्थलों के निरीक्षण के बाद किसी भी अन्य चीता शावक के प्रमाण नहीं मिले।"
दरअसल, 22 नवंबर को कूनो में चीता निर्वा ने चार शावकों को जन्म दिया था। दो दिन पहले यानी 25 नवंबर को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी साझा कर खुशी व्यक्त की थी।
यह पहला मामला नहीं है जब कूनो में चीतों की मौत हुई हो। 27 अगस्त 2024 को कूनो नेशनल पार्क में पवन नामक चीता मृत पाया गया था। नामीबिया से लाए गए इस चीते का शव झाड़ियों के बीच एक नाले में मिला था।
गौरलतब है कि साल 2022 में भारत में चीतों के आगमन के बाद से कूनो में अब तक 10 चीतों की मौत हो चुकी है। इनमें 7 चीते और 3 शावक शामिल हैं। अब यहां 4 शावक समेत 17 चीते ही बचे हैं। पिछले साल 26 मार्च 2023 को नामीबिया से आई मादा चीता साशा ने दम तोड़ दिया था। इसके बाद 23 अप्रैल को नर चीता उदय की मौत हो गई। फिर 9 मई 2023 को हिंसक झड़प में दक्षा ने दम तोड़ दिया। इस बीच मई 2023 में ही नामीबिया से आई मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया, लेकिन उनमें से तीन शावकों की मौत हो गई। फिर जुलाई 2023 में अफ्रीका से आए चीता तेजस ने दम तोड़ दिया। फिर एक चीते की मौत अगस्त में हो गई। वहीं अब इस साल की शुरुआत में ही शौर्य के दम तोड़ने से चीता प्रोजेक्ट को धक्का लगा है।
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