मध्य प्रदेश: शिवराज की घबराहट चरम पर, निर्दलीय उम्मीदवार के दफ्तर में घुस जबरदस्ती हाथ पकड़कर ले गए अपने साथ

मध्य प्रदेश में मतदान में अब एक सप्ताह से भी कम समय बचा है। चारों तरफ से हालत खराब होने की खबरों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को परेशान कर रखा है। इस घबराहट में शिवराज निर्वाचन क्षेत्रों के नाम पाकिस्तानी शहरों के नाम पर ले रहे हैं, तो आजाद उम्मीदवारों को जबरन बिठाने की कोशिश में लगे हैं।

फोटो सौजन्य : आजतक
फोटो सौजन्य : आजतक
user

नवजीवन डेस्क

मध्य प्रदेश में बीजेपी की हालत इतनी खराब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब हाथ पकड़-पकड़ कर निर्दलीय उम्मीदवारों को मैदान से हटा रहे हैं और उन्हें जबरन बीजेपी में शामिल करा रहे हैं। ऐसा ही मामला देखने को मिला वारासिविनी विधानसभा सीट पर। इस सीट से शिवराज के साले संजय सिंह कांग्रेस के टिकट पर उम्मीदवार हैं। सीएम द्वारा जबरदस्ती उम्मीदवार को अपने साथ ले जाने से आशंकित इस उम्मीदवार के एक समर्थक को तो हार्ट अटैक तक आ गया।

मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए मतदान में अब एक सप्ताह से भी कम समय बचा है। चारों तरफ से हालत खराब होने की खबरों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को परेशान कर रखा है। इस घबराहट में शिवराज निर्वाचन क्षेत्रों के नाम पाकिस्तानी शहरों के नाम पर ले रहे हैं, तो आजाद उम्मीदवारों को जबरन बिठाने की कोशिश में लगे हैं।

सबसे रोचक वाक्या तो राज्य की वारावासिनी सीट पर हुआ। गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की वारावासिनी विधानसभा सीट इलाके में चुनावी सभा थी। लेकिन इससे पहले ही वहां कोहराम मच गया। हुआ यूं कि मुख्यमंत्री अपने दल-बल के साथ अचानक इस सीट से निर्दलीय उम्मीदवार गौरव सिंह पारधी के दफ्तर जा पहुंचे। वहां मौजूद लोगों का कहना है कि शिवराज सीधे निर्दलीय उम्मीदवार के कमरे में गए और उसका हाथ पकड़कर खींचते हुए अपनी गाड़ी में बिठाकर अपने साथ ले गए। इस दौरान उनके साथ आए सुरक्षा कर्मियों ने किसी को आसपास नहीं फटकने दिया।

मुख्यमंत्री पारधी को लेकर सीधे चुनावी सभा में पहुंचे। बीजेपी की चुनावी सभा के मंच पर मुख्यमंत्री के साथ निर्दलीय उम्मीदवार को देखकर सभा स्थल पर भी हड़कंप सा मच गया। मंच पर पहुंचते ही शिवराज सिंह चौहान ने पारधी के बीजेपी में शामिल होने और बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन में मैदान से हटने का ऐलान कर दिया। इस ऐलान के बाद वहां खूब हंगामा हुआ। चुनावी सभा खत्म होते ही मुख्यमंत्री ने इस उम्मीदवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं के हवाले कर दिया और चले गए।

इस पूरे घटनाक्रम के बाद निर्दलीय उम्मीदवार मीडिया के सामने तो आए, लेकिन उन्होंने पूरे मामले पर गोल-मोल जवाब दिया। एक न्यूज चैनल से बातचीत में पारधी ने किसी भी बात का कोई सीधा जवाब नहीं दिया।

वीडियो : देखें जब शिवराज ने कहा, ‘लाहौर का विकास करना है’

गौरतलब है कि इस सीट से शिवराज सिंह चौहान के साले संजय सिंह कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। इसके बाद से यहां से बीजेपी के उम्मीदवार की हालत खराब है। साथ ही निर्दलीय उम्मीदवारों के चलते भी बीजेपी को भारी नुकसान की आशंका बन गई है।

निर्दलीय उम्मीदवार पारधी के एक समर्थक अनीस बेग तो इस पूरी घटना से इतना सहम गए कि उन्होंने हार्ट अटैक आ गया। उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा, लेकिन उनकी हालत अब ठीक है। वहीं समाचार चैनल आजतक ने इस विधानसभा क्षेत्र में कुछ लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि पहले तो इस उम्मीदवार को लालच दिया गया, जब वह नहीं माने तो उन्हें डराया-धमकाया भी गया। इस पर भी जब वह मैदान में डटे रहे तो मुख्यमंत्री दफ्तर आकर उनका हाथ पकड़के अपने साथ ले गए।

उम्मीदवार के समर्थकों का कहना है कि वे लोग भी पीछे भागे, लेकिन मुख्यमंत्री उन्होंने अपनी गाड़ी में बिठाकर सभास्थल पर ले जा चुके थे और पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक दिया।

इससे पहले मुख्यमंत्री लाहर विधानसभा क्षेत्र में जनसभा के दौरान विधानसभा का नाम लाहर के बजाए लाहौर बोलते रहे थे।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia