कोरोना की तीसरी लहर? महाराष्ट्र के सात गांवों में लगा लॉकडाउन, डेल्टा प्लस वैरिएंट से भी एक की मौत

महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के गांव काटेवाड़ी में सात दिनों के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। बारामती में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद यह फैसला लिया गया है।

फोटो: Getty Images
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नवजीवन डेस्क

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस का खतरा बढ़ने लगा है। डेल्टा प्लस वेरिएंट की वजह से देश में 2 लोगों की जान चली गई है। पहली मौत मध्य प्रदेश के उज्जैन में हुई थी और अब दूसरी मौत महाराष्ट्र में हुई है। देश में डेल्टा प्लस वेरिएंट के ज्यादा मामले महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में ही हैं। कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट की वजह से देश में दूसरी कोरोना लहर आई थी और ऐसी आशंका जताई जा रही है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट की वजह से देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर आ सकती है।

ऐसे में नए वैरिएंट डेल्टा प्लस का सामने आना चिंता को बढ़ा रहा है। महाराष्ट्र में इस वेरिएंट का असर दिखने लगा है। कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के गांव काटेवाड़ी में सात दिनों के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। बारामती में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद यह फैसला लिया गया है।

कोरोना के चलते सात गांवों में लॉकडाउन

दरअसल, पुणे जिले में कोरोना की दूसरी लहर भले ही सुस्त पड़ी हो लेकिन बारामती तालुका में कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ रही है। इसलिए प्रशासन ने कोरोना हॉटस्पॉट वाले सात गांवों को बंद करने का निर्णय लिया है। इसमें उपमुख्यमंत्री अजित पवार का काटेवाड़ी गांव भी शामिल है। आपको बता दें, पुणे जिले के बारामती तालुका की बड़ी आबादी वाले गांव में कोरोना के अधिक मरीज पाए गए हैं। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बारामती में एक दिन में करीब 500 मरीज मिल रहे थे तब से लेकर अब तक कोरोना मरीजों की संख्या में भारी गिरावट आई है।

हालांकि, लॉकडाउन में ढील देने के बाद नागरिकों द्वारा नियमों के उल्लंघन के कारण फिर से कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इसलिए, बारामती प्रांताधिकारी दादासाहेब कांबले ने तालुका के सात बड़े गांवों में तालाबंदी की घोषणा की है। इन गांवों में 7 जुलाई तक लॉकडाउन रहेगा। खबरों की मानें तो बारामती में अब तक मरीजों की संख्या 25 हजार 431 है, जिनमें से 24 हजार 474 मरीज ठीक हो चुके हैं। साढे नौ सौ से अधिक सक्रिय रोगी अभी भी बारामती शहर और तालुका में हैं। इसलिए संक्रमण का खतरा दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है।

डेल्टा प्लस वेरिएंट क्या है?

यह नया स्वरूप डेल्टा प्लस (एवाई.1) भारत में सबसे पहले सामने आए डेल्टा (B.1.617.2) में म्यूटेशन से बना है। इसके अलावा K41N नाम का म्यूटेशन जो दक्षिण अफ्रीका में बीटा वेरिएंट में पाया गया था उससे भी इसके लक्षण मिलते हैं। इसलिए यह ज्यादा खतरनाक है। कुछ विषाणु वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि यह वेरिएंट अल्फा की तुलना में 35-60 फीसदी अधिक संक्रामक है।

देश में डेल्टा प्लस वेरिएंट के कितने केस?

अभी तक देश में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के 41 मामले ही सामने आए हैं और इनमें अधिकतर यानि 21 केस महाराष्ट्र में है जबकि 6 केस मध्य प्रदेश में सामने आए हैं। महाराष्ट्र का रत्नागिरी जिला देश में डेल्टा प्लस वेरिएंट से फिलहाल सबसे ज्यादा प्रभावित है जहां पर अबतक 9 केस सामने आ चुके हैं जबकि जलगांव जिले में 7 केस हैं। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि राज्य में डेल्टा प्लस वेरिएंट को ध्यान में रखते हुए सावधानी बरती जा रही है।

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