EMI पर आम ले लो आम! पहले स्वाद का उठाएं लुत्फ, फिर चुकाएं पैसे

आम विक्रेता गौरव सनस ने कहा कि कोरोना के बाद यह देखा गया कि अलफांसो आम की ऊंची कीमत की वजह से लोगों की उसमें रुचि कम होती जा रही थी, इसलिए हमने ग्राहकों को वापस लाने के लिए ईएमआई पर आम देने की यह योजना शुरू की है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

EMI पर आम ले लो आम! जी हां, अब आम भी ईएमआई पर मिलने लगा है। अब तक आपने सुना होगा की घर, गाड़ी, बंगला, बाइक, फ्रिज और टीवी जैसे अन्य सामान ही ईएमआई पर मिलते थे, लेकिन अब अगर आप चाहते हैं आम खरीदना तो वह भी आपको ईएमआई पर मिल सकता है। महाराष्ट्र में आम ईएमआई पर मिल रहा है। अल्फांसो (हापुस) आम आसानी से लोगों को मिल सके इसके लिए महाराष्ट्र के पुणे का एक आम विक्रेता ईएमआई पर आम की पेशकश कर रहा है।

आम विक्रेता गौरव सनस ने कहा, “कोरोना के बाद यह देखा गया कि अलफांसो आम की ऊंची कीमत की वजह से लोगों की उसमें रुचि कम होती जा रही थी, इसलिए हमने ग्राहकों को वापस लाने के लिए ईएमआई पर आम देने की यह योजना शुरू की है। वे इसे क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड के माध्यम से ईएमआई पर प्राप्त कर सकते हैं। मेरी दुकान पर आम की कीमत 600-1300 रुपये प्रति दर्जन के बीच है।”


अल्फांसो आम इतना महंगा क्यों है?

अल्फांसो आम देश के सबसे खास और महंगे किस्म के आम में से एक है। महाराष्ट्र और कर्नाटक में इस आम को हापुस के नाम से भी जाना जाता है। अल्फांसो की बागवानी महाराष्ट्र के कोंकण बेल्ट और पश्चिमी घाट में की जाती है। अल्फांसो को रत्नागिरी में करबी 65,000 हेक्टेयर, सिंधुदुर्ग में 30,000 हेक्टेयर, रायगढ़ में 35,000 हेक्टेयर, ठाणे और पालघर में 5,000 हेक्टेयर, और पुणे जिले के कुछ हिस्सों में उगाया जाता है। रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, पालघर, ठाणे और रायगढ़ जिलों के अल्फांसो आमों का भौगोलिक संकेत (GI) टैग भी है। इस आम को इसके खास स्वाद के लिए जाना जाता है। इसका श्रेय इन जगहों की मिट्टी और दूसरी कृषि-जलवायु परिस्थितियों को दिया जाता है।

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