मकर संक्रांति: श्रद्धालुओं ने लगाई ‘आस्था की डुबकी’, जाने आज के दिन क्या करें और क्या नहीं?

मकर संक्रांति के मौके पर देशभर में गंगा सहित पवित्र नदियों पर सोमवार सुबह श्रद्धालुओं की भीड़ दिखी। इस पावन अवसर पर श्रद्धालुओं ने पश्चिम बंगाल के गंगा सागर में डुबकी लगाकर स्नान किया और भगवान सूर्य की अराधना की।

फोटो: सोशल मीडिया 
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नवजीवन डेस्क

मकर संक्रांति के मौके पर देशभर में गंगा सहित पवित्र नदियों में श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। इस खास और पावन मौके पर श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर स्नान किया और भगवान सूर्य की अराधना की। वाराणसी, प्रयागराज और हर की पौड़ी हरिद्वार में सुबह से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई। इस मौके पर श्रद्धालुओं के लिए हर जगह खास इंतजाम किए गए हैं। हरिद्वार में महिलाओं और पुरुषों के स्नान के लिए अलग-अलग व्यवस्थाएं की गई हैं।

प्रयागराज और वाराणसी में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।

इस पावन अवसर पर श्रद्धालुओं ने पश्चिम बंगाल के गंगा सागर में डुबकी लगाकर स्नान किया और भगवान सूर्य की अराधना की।

मकर संक्रांति के मौके पर गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में श्रद्धालु की भीड़ उमड़ी।

वहीं माघी त्योहार के मौके पर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में श्रद्धालु मत्था टेकने पहुंचे।

इस बार मकर संक्रांति दो दिन मनाई जाएगी

मकर संक्रांति इस बार दो दिन मनाई जाएगी। कुछ लोग सोमवार को तो कुछ मंगलवार को इस पर्व को मनाएंगे। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के कारण इस बार असमंजस की स्थिति है। सूर्य का मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी की शाम 7 बजकर 50 मिनट पर हो रहा है। शास्त्रों के अनुसार, रात में संक्रांति होने पर अगले दिन संक्रांति मनाई जाती है, लेकिन अब 14 जनवरी की बजाय 15 जनवरी को त्योहार मनाया जाएगा।

मकर संक्रांति का महत्व

आज के दिन से सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में आ जाते हैं। उत्तरायण में सूर्य रहने के समय को शुभ समय माना जाता है और मांगलिक कार्य आसानी से किए जाते हैं। चूंकि पृथ्वी दो गोलार्धों में बंटी हुई है ऐसे में जब सूर्य का झुकाव दाक्षिणी गोलार्ध की ओर होता है तो इस स्थिति को दक्षिणायन कहते हैं और सूर्य जब उत्तरी गोलार्ध की ओर झुका होता है तो सूर्य की इस स्थिति को उत्तरायण कहते हैं। इसके साथ ही 12 राशियां होती हैं जिनमें सूर्य पूरे साल एक-एक माह के लिए रहते हैं। सूर्य जब मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो इसे मकर संक्रांति कहते हैं।

मकर संक्रांति के दिन यह ना करें

  1. सूर्य को जल लोहे ,स्टील या प्लास्टिक के बर्तन से ना दें।
  2. घर में कोई भी सदस्य कहीं भी मांसाहारी भोजन नहीं खाए।
  3. शराब का सेवन घर का कोई भी सदस्य कहीं नहीं करेगा।
  4. घर पर बनने वाले भोजन में लहसुन और प्याज ना डालें।
  5. इस दिन केवल खिचड़ी बनाएं और वही खाएं
  6. भोजन बनने की जगह भोजन कदापि मत करें।
  7. पूरे दिन नए या एकदम साफ कपड़े धारण करें।

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Published: 14 Jan 2019, 9:57 AM
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