UP के शाहजहांपुर में शख्स ने SP कार्यालय के बाहर खुद को लगाई आग, दबंग के खिलाफ केस दर्ज नहीं होने से था परेशान

ताहिर ने बताया कि उसकी दो छोटी मालवाहक गाड़ियां उमेश तिवारी ने छीन ली हैं। उसके अनुसार उमेश तिवारी ने कुछ पैसा उसे ढाई साल में दिया है और वह उसकी गाड़ियां वापस नहीं कर रहा है। उसका कहना है कि इस संबंध में वह पुलिस से शिकायत भी कर चुका है।

UP के शाहजहांपुर में शख्स ने SP कार्यालय के बाहर खुद को लगाई आग
UP के शाहजहांपुर में शख्स ने SP कार्यालय के बाहर खुद को लगाई आग
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नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर एक व्यक्ति ने खुद को आग लगा ली, जिससे वहां हड़कंप मच गया। घटना में पीड़ित गंभर रूप से जल गया है। पीड़ित का आरोप है कि एक दबंग ने उसका पिकअप उठा लिया है और पुलिस मामले में केस दर्ज नहीं कर रही थी। पीड़ित का आरोप है कि स्थानीय थाने से लेकर एसपी कार्यालय तक चक्कर लगाने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

पीड़ित का नाम ताहिर है। मंगलवार को ताहिर ने शाहजहांपुर एसपी कार्यालय के बाहर खुद को आग लगा ली। आग की लपटों में घिरा हुआ वह एसपी कार्यालय में भागता रहा, जबकि उसके बच्चों और परिवार के अन्य सदस्यों को एक वीडियो में मदद के लिए चिल्लाते हुए सुना जा सकता है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। युवक को आग की लपटों में घिरा देख वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह आग बुझाई और उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।


समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा, ''शाहजहांपुर में पिकअप वैन चोरी की रिपोर्ट दर्ज न होने से नाराज युवक ने एसपी कार्यालय के सामने खुद को आग लगा ली। तत्काल शीर्ष स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए और आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ सख्त मामला दर्ज किया जाना चाहिए।" वहीं समाजवादी पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शकील अहमद नदवी ने अस्पताल पहुंचकर पीड़ित से मुलाकात की।

उधर, पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा का कहना है कि इस मामले में पुलिस की कोई भूमिका नहीं है। ताहिर अली का सदर बाजार थाना क्षेत्र के नगरिया बहाव निवासी उमेश तिवारी से व्यवसायिक संबंध हैं। दोनों के बीच एक पिक अप वाहन के स्वामित्व का विवाद चल रहा है। इसका समाधान कोर्ट से अपेक्षित है। दोनों पक्षों की ओर से एक-दूसरे पर मुकदमा भी सदर बाजार में दर्ज कराया गया है जिनकी जांच की जा रही है। इसमें पुलिस की कोई भूमिका नहीं है। ताहिर अली का अस्पताल में इलाज चल रहा है।


पुलिस अधीक्षक मीणा ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच पुलिस अधीक्षक (नगर) संजय कुमार के नेतृत्व वाली एक टीम कर रही है और जांच होने के बाद दोषी व्यक्ति के विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम पूरे मामले को देख रहे हैं और इस मामले में जो भी दोषी होगा उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

हालांकि ताहिर ने बताया कि उसकी दो छोटी मालवाहक गाड़ियां उमेश तिवारी ने छीन ली हैं। उसके अनुसार उमेश तिवारी ने कुछ पैसा उसे ढाई साल में दिया है और वह उसकी गाड़ियां वापस नहीं कर रहा है। उसका कहना है कि इस संबंध में वह पुलिस से शिकायत भी कर चुका है। ताहिर ने कहा कि उससे बच्चों की भूख नहीं देखी गई, इसलिए थक हारकर उसने ऐसा कदम उठाया।

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