डेढ़ साल से हिंसा में जल रहा है मणिपुर, लोगों की तबाही पर प्रधानमंत्री की उदासीनता अक्षम्यः प्रियंका गांधी

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ कि देश के एक राज्य को महीनों तक इस तरह जलता हुआ छोड़ दिया जाए और उस पर बात तक न की जाए। देश की आंतरिक सुरक्षा किसी की इच्छा पर निर्भर नहीं होती, यह अनिवार्य दायित्व है। प्रधानमंत्री जी की उदासीनता अक्षम्य है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मणिपुर में हिंसा की ताजा घटनाओं पर केंद्र की विफलता पर पीएम मोदी को घेरा है। उन्होंने कहा कि मणिपुर लगभग डेढ़ साल से जल रहा है। रोज हिंसा, हत्याएं, दंगे, विस्थापन... घर जल रहे हैं, परिवार उजड़ रहे हैं, जिंदगियां तबाह हो रही हैं, हजारों परिवार राहत कैंपों में दिन काटने को मजबूर हैं। प्रधानमंत्री जी ने इसे रोकने का अब तक कोई प्रयास भी नहीं किया।

कांग्रेस महासचिव ने एक्स पर एक पोस्ट में आगे कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ कि देश के एक राज्य को महीनों तक इस तरह जलता हुआ छोड़ दिया जाए और उस पर बात तक न की जाए। देश की आंतरिक सुरक्षा किसी की इच्छा पर निर्भर नहीं होती, यह अनिवार्य दायित्व है। प्रधानमंत्री जी की उदासीनता अक्षम्य है।


इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी मणिपुर में हिंसा की ताजा घटनाओं को लेकर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए। खड़गे ने कहा कि कांग्रेस की मांग है कि मणिपुर के सीएम को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए, केंद्र सरकार को संवेदनशील सुरक्षा स्थिति की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए और राज्य बलों की मदद से सभी प्रकार के विद्रोही समूहों पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की जानी चाहिए।

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करीब डेढ़ साल से हिंसा की आग में जल रहे मणिपुर के इंफाल वेस्ट जिले के कौत्रुक गांव में रिमोट नियंत्रित ड्रोन का इस्तेमाल करके एक सितंबर को हमला किया गया था जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी और नौ अन्य घायल हो गए थे। इससे अगले दिन करीब तीन किलोमीटर दूर सेंजाम चिरांग में फिर से ड्रोन का इस्तेमाल किया गया और इस हमले में तीन लोग घायल हुए।इस बीच, शनिवार रात को जिरिबाम में शनिवार को हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई।

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