मणिपुर हिंसा: अभिनेता राजकुमार ने छोड़ी BJP, कहा- पार्टी को राज्य के दर्द और दुख कोई मतलब नहीं, सरकार 'अक्षम'
दो कुकी फिल्मों सहित 400 से अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुके कैकू ने अपना इस्तीफा राज्य बीजेपी नेताओं को सौंप दिया है। राज्य सरकार पर राज्य में मौजूदा जातीय संघर्ष से निपटने में अक्षमता का आरोप लगाया।
![फोटो: IANS](https://media.assettype.com/navjivanindia%2F2023-09%2F37c81e75-52c1-434d-913b-fc7e3e1ab1b1%2F202309273062083.jpeg?rect=0%2C0%2C1200%2C675&auto=format%2Ccompress&fmt=webp)
प्रसिद्ध मणिपुरी फिल्म अभिनेता राजकुमार कैकू उर्फ सोमेंद्र ने दो युवा छात्रों की निर्मम हत्या पर अपना गुस्सा प्रकट करते हुए बुधवार को सत्तारूढ़ बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और राज्य सरकार पर राज्य में मौजूदा जातीय संघर्ष से निपटने में अक्षमता का आरोप लगाया।
दो कुकी फिल्मों सहित 400 से अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुके कैकू ने अपना इस्तीफा राज्य बीजेपी नेताओं को सौंप दिया, जबकि राज्य के शीर्ष नेताओं ने उनसे अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है।
इंफाल पश्चिम जिले के थांगमीबंद क्षेत्र के निवासी कैकू ने पिछला लोकसभा चुनाव 2019 में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लड़ा था और बाद में नवंबर 2021 में बीजेपी में शामिल हो गए।
एक सेलिब्रिटी अभिनेता होने के नाते कैकू ने पिछले साल के विधानसभा चुनावों में चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी के लिए भारी भीड़ जुटाई थी। पार्टी ने 60 सदस्यीय सदन में 32 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया था।
कैकू ने अपने इस्तीफे में कहा, "मेरी प्राथमिकता 'जनता पहले और पार्टी बाद में' है, इसीलिए मैंने इस कठिन समय में जनता के साथ जुड़ने के लिए अपना दिमाग लगाया।"
उन्होंने कहा, "यह देखना निराशाजनक है कि सरकार ने चार महीने से अधिक समय से राज्य में जारी अव्यवस्था को ठीक करने के लिए अभी तक सक्रिय कदम नहीं उठाया है।"
किसी राजनीतिक दल के तहत काम करने पर अपनी मर्जी से लोगों की सेवा करने में असमर्थता व्यक्त करते हुए कैकू ने कहा, "मैंने बीजेपी छोड़ने के लिए अपना दिमाग लगाया।"
उन्होंने कहा, "मैं यह सोचकर बीडेपी में शामिल हुआ कि पार्टी अपनी डबल इंजन सरकार के साथ हमारे राज्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी। बेशक, इसने सीएम एन. बीरेन सिंह के तहत पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में बदलाव लाए। इस बात को ध्यान में रखते हुए मैंने सोचा कि केंद्रीय नेता चल रहे मुद्दे पर तेजी से कार्रवाई करेंगे और संघर्ष को समाप्त करेंगे, लेकिन ऐसा लगता है कि केंद्रीय नेता लोगों के दर्द और दुख पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं और वे लोगों की हर उम्मीद के खिलाफ हैं।"
कुकी-ज़ो विधायकों और नागरिक निकायों की उनके समुदाय के लिए एक अलग प्रशासन की मांग पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, "अब मैं सार्वजनिक व्यवस्था बहाल करने के लिए लोगों के अभियान में शामिल होने के लिए एक स्वतंत्र नागरिक हूं।"
इस बीच, मणिपुर पुलिस ने नेता का नाम लिए बिना कहा कि अनियंत्रित भीड़ ने एक राजनेता के घर पर हमला करने की कोशिश की, संयुक्त सुरक्षा बलों ने आंसूगैस के गोले दागकर भीड़ को खदेड़ दिया।
पुलिस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "अनियंत्रित भीड़ ने एक पुलिस जिप्सी को निशाना बनाया और उसे जला दिया, जबकि एक पुलिसकर्मी के साथ मारपीट की और उसके हथियार छीन लिए। मणिपुर पुलिस इस तरह की कार्रवाई की निंदा करती है और ऐसे उपद्रवियों से निपटने के लिए सख्त कदम उठाएगी। हथियारों की बरामदगी और उपद्रवियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।''
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