मनीष सिसोदिया ने इस्तीफे में मोदी पर साधा निशाना! लिखा- बीजेपी का टारगेट मैं नहीं, केजरीवाल हैं

मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को भेजे अपने इस्तीफे में लिखा है कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि 8 साल तक ईमानदारी से काम करने के बाद मुझ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं।

फोटोः IANS
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नवजीवन डेस्क

भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे दिल्ली के मंत्रियों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। मनीष सिसोदिया ने सीएम केजरीवाल को भेजे इस्तीफें में पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए दावा किया है कि बीजेपी के असली निशाने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं, न कि मैं हूं।

मनीष सिसोदिया का इस्तीफा आज सुप्रीम कोर्ट के उस झटके के बाद आया, जिसमें कोर्ट ने गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली उनकी याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया। रविवार को सीबीआई ने सिसोदिया को लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था और सोमवार को कोर्ट ने उन्हें 5 मार्च तक सीबीआई हिरासत में भेज दिया था। उनके पास वित्त, स्वास्थ्य और शिक्षा सहित 18 विभाग थे। केजरीवाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।

मनीष सिसोदिया ने केजरीवाल को भेजे अपने त्याग पत्र में कहा, "मैं और मेरा भगवान जानते हैं कि मेरे खिलाफ लगाए गए ये सभी आरोप फर्जी हैं और अरविंद केजरीवाल की सच्चाई की राजनीति से डरने वाले कायरों द्वारा रची गई साजिश से ज्यादा कुछ नहीं हैं। मैं उनका निशाना नहीं हूं, लेकिन आप (केजरीवाल) हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "ऐसा इसलिए है क्योंकि आज सिर्फ दिल्ली के लोग ही नहीं, बल्कि पूरा देश आपको (केजरीवाल) एक ऐसे नेता के रूप में देखता है, जिसके पास भारत के लिए एक विजन है, जो लोगों के जीवन में बदलाव ला सकता है। आज आर्थिक संकट, गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं से जूझ रहे देश भर के करोड़ों लोगों की आंखों में उम्मीद के प्रतीक बन गए हैं। लोग जानते हैं कि अन्य नेताओं के विपरीत केजरीवाल जो कहते हैं वह करते हैं।"


सिसोदिया ने यह भी कहा कि उनके खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और कई और आगे बढ़ेंगी। केजरीवाल से अपने जुड़ाव के बारे में बात करते हुए सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने मुझे आपको छोड़ने के लिए मजबूर करने की बहुत कोशिश की। उन्होंने मुझे धमकी भी दी और मुझे लालच भी दिया। जब मैं उनके सामने नहीं झुका, तो उन्होंने मुझे गिरफ्तार कर लिया और मुझे जेल में डाल दिया। उनकी जेलों से भी नहीं डरता। सच्चाई की राह पर लड़ते हुए जेल जाने वाला मैं दुनिया का पहला शख्स नहीं हूं।

इस्तीफे के पत्र में शिक्षा मंत्री के रूप में सिसोदिया ने कार्यकाल को भी याद किया और लिखा, "मैंने दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों में ईमानदारी से काम किया है। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले लाखों बच्चों की दुआएं मेरे साथ हैं। उनके माता-पिता का प्यार मेरे साथ है। और सबसे बड़ी बात यह है कि मेरे पास उन हजारों शिक्षकों का आशीर्वाद है, जिन्होंने दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला दी।"

मनीष सिसोदिया ने दावा किया कि उन पर लगाए गए सभी आरोप झूठे साबित होंगे और समय के साथ सच सामने आ जाएगा। उन्होंने आगे कहा, "लेकिन अब जब उन्होंने सारी हदें पार कर दी हैं और झूठे और निराधार आरोपों के तहत साजिश रचकर मुझे जेल में डाल दिया है, तो मेरी इच्छा है कि मुझे अब मंत्री पद पर नहीं रहना चाहिए।"

पत्र में उन्होंने आगे कहा, "आपके (केजरीवाल के) नेतृत्व में दिल्ली सरकार में मंत्री बनना और दिल्ली की जनता के लिए काम करना अपने आप में बड़े सौभाग्य और गर्व की बात है, लेकिन फिलहाल मैं इस पत्र के माध्यम से आपको अपना इस्तीफा सौंप रहा हूं। मैं आपसे मेरा इस्तीफा स्वीकार करने और मंत्री पद की जिम्मेदारियों से मुक्त करने का अनुरोध करता हूं।"

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