मेटा इंडिया ने जुकरबर्ग की टिप्पणी के लिए माफी मांगी, अनजाने में भूल बताया, संसदीय समिति ने कहा था- तलब करेंगे

जुकरबर्ग की टिप्पणी पर मोदी सरकार ने आपत्ति जताई थी। एक दिन पहले, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी पर संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा था कि जुकरबर्ग के बयान पर समिति मेटा के अधिकारियों को तलब करेगी।

नरेन्द्र मोदी और मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग
नरेन्द्र मोदी और मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग
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नवजीवन डेस्क

मेटा इंडिया ने बुधवार को अपने मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग की उस टिप्पणी के लिए माफी मांगी है जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत की मौजूदा सरकार 2024 के चुनावों में हार गई थी। मेटा इंडिया ने इसे ‘‘अनजाने में हुई भूल’’ बताया है। एक दिन पहले जुकरबर्ग के बयान पर, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी पर संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा था कि समिति मेटा के अधिकारियों को तलब करेगी।

मेटा इंडिया के उपाध्यक्ष शिवनाथ ठुकराल ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘मंत्री अश्विनी वैष्णव, मार्क जुकरबर्ग का यह बयान कि 2024 के चुनावों में कई सत्तारूढ़ पार्टियां फिर से निर्वाचित नहीं हुईं, कई देशों के लिए सही है, लेकिन भारत के लिए नहीं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम अनजाने में हुई इस भूल के लिए माफी मांगते हैं। भारत मेटा के लिए महत्वपूर्ण देश बना हुआ है और हम इसके अभिनव भविष्य के केंद्र में होने की आशा करते हैं।’’


केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इससे पहले जो रोगन पॉडकास्ट पर जुकरबर्ग द्वारा की गई टिप्पणियों की आलोचना की थी। सूचना और प्रसारण तथा सूचना प्रौद्योगिक (आईटी) मंत्री वैष्णव ने 13 जनवरी को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा था, ‘‘जुकरबर्ग का यह दावा कि 2024 के चुनावों में भारत सहित अधिकांश मौजूदा सरकारों को कोविड महामारी के बाद हार का सामना करना पड़ा, तथ्यात्मक रूप से गलत है।’’ मंत्री ने जुकरबर्ग की टिप्पणी को गलत सूचना बताते हुए खारिज कर दिया था, तथा स्पष्ट किया था कि मेटा को तथ्यों और विश्वसनीयता को बनाए रखना होगा।

जुकरबर्ग के बयान पर, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी पर संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने मंगलवार को कहा था कि समिति मेटा के अधिकारियों को तलब करेगी। दुबे ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मेरी समिति गलत जानकारी के लिए मेटा (फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी) के अधिकारियों को तलब करेगी। किसी भी लोकतांत्रिक देश की गलत जानकारी देश की छवि को धूमिल करती है। इस गलती के लिए भारतीय संसद से तथा यहां की जनता से उस संस्थान को माफी मांगनी पड़ेगी।’’


दरअसल, हाल ही में फेसबुक के फाउंडर और मेटा के सीईओ जुकरबर्ग ने 'जो रोगन पॉडकास्ट' में शिरकत की थी। इस दौरान उन्होंने भारत के चुनावों पर एक विवादास्पद टिप्पणी की थी। मेटा के सीईओ ने कहा था कि कोविड-19 महामारी के बाद भारत समेत दुनिया के कई देशों में चुनाव हुए और कई सरकार हारी हैं, जिसमें भारत भी शामिल है। उन्होंने कहा था कि ये हार दिखाती हैं कि महामारी के बाद लोगों का भरोसा कम हुआ है। जाहिर है कि भारत की लेकर जुकरबर्ग की ये टिप्पणी गलत है। मोदी के नेतृत्व में एनडीए ने भारत में 2024 लोकसभा चुनाव चुनाव जीता और लगातार तीसरी बार सरकार बनाई है।

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