'मिथुन चक्रवर्ती को अभिनय प्रतिभा के लिए नहीं, राजनीतिक खेमे में बदलाव के लिए मिला पद्म भूषण', TMC का तंज

कुणाल घोष ने कहा कि पद्म भूषण पुरस्कार उनकी अभिनय प्रतिभा की कोई पहचान नहीं है। उस स्थिति में यह पुरस्कार 2014 के बाद किसी भी समय दिया जा सकता था। वास्तव में यह तृणमूल कांग्रेस के प्रति उनकी बेईमानी और पार्टी की बदनामी करने के लिए एक पुरस्कार है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने सीधे तौर पर किसी का नाम लिए बिना सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती को पद्म भूषण पुरस्कार दिए जाने का मजाक उड़ाया है। घोष ने कहा कि पद्म भूषण पुरस्कार उनकी अभिनय प्रतिभा के लिए नहीं बल्कि राजनीतिक खेमे में बदलाव के लिए दिया गया पुरस्कार है।

घोष ने शुक्रवार को सोशल मीडिया हैंडल पोस्ट में कहा, “पद्म भूषण पुरस्कार उनकी अभिनय प्रतिभा की कोई पहचान नहीं है। उस स्थिति में यह पुरस्कार 2014 के बाद किसी भी समय दिया जा सकता था। वास्तव में यह तृणमूल कांग्रेस के प्रति उनकी बेईमानी और पार्टी की बदनामी करने के लिए एक पुरस्कार है।”

पश्चिम बंगाल में राज्य बीजेपी अध्यक्ष और पार्टी के लोकसभा सदस्य सुकांत मजूमदार ने घोष के खिलाफ तीखा हमला किया है। मजूमदार ने चिटफंड घोटाला और करोड़ों रुपये के सारदा घोटाले में कथित संलिप्तता के कारण घोष के वर्षों जेल में बिताने की घटना का जिक्र किया।

मजूमदार ने कहा, “तीन बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता महान अभिनेता को अब पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है और कौन इस पर निंदनीय टिप्पणी कर रहा है? यह उस व्यक्ति द्वारा पारित किया जाता है, जिसने तीन साल सलाखों के पीछे बिताए हैं। कुणाल घोष उत्तरी कोलकाता के रहने वाले हैं। मिथुन चक्रवर्ती ने भी अपना प्रारंभिक जीवन उत्तरी कोलकाता में बिताया था। अब उत्तरी कोलकाता के लोग ऐसी निंदनीय टिप्पणियों के लिए घोष को उचित जवाब देंगे।”

तृणमूल कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सदस्य चक्रवर्ती 2021 पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले कोलकाता में बीजेपी में शामिल हो गए थे।

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