मिजोरम: आइजोल के भूस्खलन प्रभावित इलाकों में लापता लोगों की तलाश के लिए खोज अभियान जारी
अधिकारी ने बताया कि यंग मिजो एसोसिएशन (वाईएमए) के स्वंयसेवक भी अभियान में सहायता कर रहे हैं।
![फोटो: PTI](https://media.assettype.com/navjivanindia%2F2024-05%2Fad55d169-62ab-45c1-9d41-f96b072db79e%2FPTI05_30_2024_000004B.jpg?rect=0%2C0%2C4800%2C2700&auto=format%2Ccompress&fmt=webp)
आइजोल जिले के भूस्खलन प्रभावित इलाकों में लापता लोगों की तलाश के लिए खोज एवं बचाव अभियान लगातार तीसरे दिन बृहस्पतिवार को भी जारी रहा। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
आइजोल की उपायुक्त नाजुक कुमार ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि मेल्थम, ह्लिमेन और ऐबव्क इलाकों में बृहस्पतिवार सुबह खोज एवं बचाव अभियान शुरू किया गया।
उन्होंने बताया कि अभियान के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, पुलिस, अग्निशमन विभाग और त्वरित प्रतिक्रिया बल (क्यूआरटी) टीमों को तैनात किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि यंग मिजो एसोसिएशन (वाईएमए) के स्वंयसेवक भी अभियान में सहायता कर रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि करीब सात लोगों के अब भी लापता होने की आशंका है।
आइजोल में सभी सरकारी कार्यालय और शिक्षा संस्थान बृहस्पतिवार को खुल गये।
अधिकारियों के मुताबिक, चक्रवाती तूफान 'रेमल' के कारण भारी बारिश की वजह से हुए भूस्खलनों के मलबे से बुधवार तक कम से कम 27 शवों को बरामद किया गया।
जिले के अधिकारियों और पुलिस ने हालांकि बुधवार दोपहर मृतकों की संख्या 29 बताई थी, लेकिन बाद में उन्होंने गलती में सुधार करते हुए माफी मांगी और कहा कि खराब मोबाइल नेटवर्क के कारण ऐबव्क गांव से गलत सूचना मिली थी। गांव में लापता हुए दो व्यक्तियों की तलाश अभी भी जारी है।
मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने भूस्खलनों और राज्य के अन्य हिस्सों में बारिश से हुई अन्य आपदाओं में मारे गए लोगों के परिवारों को चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
लालदुहोमा ने कहा कि सरकार ने चक्रवाती तूफान 'रेमल' के परिणामस्वरूप बारिश से उत्पन्न आपदाओं से निपटने के लिए 15 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं।
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