महाराष्ट्रः एमएनएस का गुजरातियों पर हमला, फडणवीस सरकार चुप

एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे के मुंबई में एक रैली में पीएम मोदी और गुजरातियों के खिलाफ दिए बयान के बाद महाराष्ट्र की सड़कों पर शुरू हुई एमएनएस समर्थकों की गुडागर्दी टैक्सी हड़ताल के दौरान भी जारी है।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे के गुजरातियों के खिलाफ दिए बयान के बाद 18 मार्च की देर रात महाराष्ट्र के कई इलाकों में गुजराती समुदाय के प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया। 19 मार्च को एमएनएस की तरफ से टैक्सी ऑपरेटर ओला और उबर के खिलाफ हड़ताल के दौरान भी मुंबई में कई निजी टैक्सियों को निशाना बनाया गया और तोड़फोड़ किया गया। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे के रविवार शाम मुंबई में एक रैली में पीएम मोदी और गुजरातियों के खिलाफ दिए बयान के बाद महाराष्ट्र की सड़कों पर शुरू हुई एमएनएस समर्थकों की गुडागर्दी सोमवार को भी टैक्सी हड़ताल के दौरान जारी है।

एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने 18 मार्च की देर शाम मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित एक रैली में कहा, अब हमें तीसरी आजादी के लिए लामबंद होना होगा, अब मोदी मुक्त भारत को हकीकत में बदलने के लिए सभी राजनीतिक दलों को संगठित होना चाहिए। ठाकरे यहीं नहीं रुके और पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, क्यों पीएम हर विदेशी मेहमान को गुजरात घुमाने ले जाते हैं। क्या मुंबई या अन्य शहर भारत में नहीं हैं। ठाकरे ने आगे कहा कि आजकल वसई बहुत हद तक गुजरात जैसा दिखने लगा है।

ठाकरे का ये भाषण जैसे ही प्रसारित हुआ वैसे ही उनकी पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक महाराष्ट्र में कई जगहों पर हाथों में लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर तर आए और गुजराती समुदाय की दुकानों और प्रतिष्ठानों पर हमला कर दिया। ठाणे से सटे वसई के कई इलाकों में एमएनएस समर्थकों ने घूम-घूमकर गुजराती समुदाय की दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर हमले कर दिए और उनके साइन बोर्ड तोड़ डाले। ठाणे क्षेत्र के एमएनएस अध्यक्ष अविनाश जाधव ने खुलेआम दावा किया राज ठाकरे की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने रविवार की रात वसई इलाके के मुंबई अहमदाबाद हाइवे पर करीब 20 साइनबोर्डों को तोड़ां और तहस-नहस कर गिरा दिया। जाधव ने कहा, वसई और ठाणे महाराष्ट्र में हैं ना कि गुजरात में और अब हम गुजराती में लिखे साइनबोर्ड और नेम प्लेट को बरदाश्त नहीं करेंगे। जाधव ने दावा किया है कि उनका अभियान आगे भी जारी रहेगा।

वहीं सोमवार की सुबह से एमएनएस के आह्वान पर जारी टैक्सियों की हड़ताल में भी जमकर तोड़फोड़ और गुंडागर्दी देखने को मिल रही है। हाथों में डंडे और अन्य हथियार लिए एमएनएस समर्थक मुंबई की सड़कों पर निजी टैक्सियों पर हमले कर रहे हैं और चालकों के साथ मारपीट कर रहे हैं। ये हड़ताल टैक्सी ऑपरेटर ओला और उबर के खिलाफ बुलाई गई है।

लेकिन सबसे आश्चर्य की बात है कि महाराष्ट्र की सड़कों पर कल से जारी एमएनएस की गुंडागर्दी के खिलाफ अभी तक राज्य की फणनवीस सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया है। मुंबई से लेकर वसई-ठाणे तक जारी एमएनएस कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी और खुलेआम धमकी के बावजूद पुलिस ने अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया है। ऐसा तब है, जब ये हिंसा राज ठाकरे के द्वारा पीएम मोदी और गुजरातियों के खिलाफ दिए भाषण के बाद भड़की है। देर रात से महाराष्ट्र के अलग-अलग शहर में सड़कों पर एमएनएस की गुंडागर्दी जारी है, लेकिन पुलिस-प्रशासन या सरकार की तरफ से अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है।

ऐसा लगता है कि महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज बीजेपी की फड़णवीस सरकार और एमएनएस के बीच आपसी सहमति से ये सबकुछ हो रहा है। फणनवीस सरकार और बीजेपी राज्य की एमएनएस के साथ मिलकर जानबूझकर वोट बैंक के लिए इन मामलों पर चुप है। इससे पहले भी राज ठाकरे की पार्टी गुजराती भाषा में लिखे साइन बोर्डों के खिलाफ हंगामा औऱ तोड़फोड़ कर चुकी है। लेकिन उसके बाद भी पार्टी और पार्टी के किसी नेता के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

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Published: 19 Mar 2018, 5:29 PM