इमरान खान खुद ड्राइव करके ले गए थे सऊदी प्रिंस को, तो पीएम मोदी ने भी तोड़ा प्रोटोकॉल, एयरपोर्ट पहुंचकर की आगवानी

आखिर क्या फर्क रह गया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान में। इमरान खान सऊदीअरब के शहजादे को एयरपोर्ट से खुद कार चलाकर ले गए और खुद चलाकर विदा करने आए थे, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक बार फिर प्रोटोकॉल तोड़कर एयरपोर्ट जाकर सऊदी अरब के प्रिंस की आगवानी की।

फोटो : सोशल मीडिया
फोटो : सोशल मीडिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर प्रोटोकॉल तोड़ा और दिल्ली में एयरपोर्ट पहुंचकर सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन सऊद की आगवानी की। वैसे यह कोई पहला मौका नहीं था जब पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़ा है। अपने अब तक के कार्यकाल में वह कम से कम 12 बार प्रोटोकॉल तोड़कर विदेशी मेहमानों की खुद आगवानी कर चुके हैं।

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस दो दिन के भारत दौरे पर आए हैं। माना जा रहा है कि इस दौरान भारत और सऊदी अरब के बीच सुरक्षा, सहयोग और नौसैनिक अभ्यास जैसे मामलों पर चर्चा होगी। सऊदी प्रिंस का दौरा ऐसे पुलवामा हमले के पांच दिन बाद हो रहा है, ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके सामने आतंकवाद का मुद्दा भी उठा सकते हैं।

गौरतलब है कि भारत आने से पहले सऊदी प्रिंस पाकिस्तान यात्रा पर गए थे, जहां प्रधानमंत्री इमरान खान ने उनकी न सिर्फ आगवानी की बल्कि खुद चलाकर उन्हें लेकर गए थे। साथ ही उनकी रवानगी के समय भी इमरान खान खुद कार चलाकर उन्हें विदा करने गए थे। पाकिस्तान दौरे में जो बयान जारी हुआ उसमें आतंकवादी मौलाना मसूद अज़हर को संयुक्त राष्ट्र की आतंकी सूची में शामिल करने का कोई जिक्र नहीं था।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान खुद कार चलाकर सऊदी अरब के प्रिंस सलमान को एयरपोर्ट से लेकर आए थे
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान खुद कार चलाकर सऊदी अरब के प्रिंस सलमान को एयरपोर्ट से लेकर आए थे

भारत दौरे में सऊदी अरब और भारत के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत होनी है। माना जा रहा है कि इस दौरान भारत सीमा पार से आतंकवाद का मुद्दा उठा सकता है। हालांकि प्रिंस सलमान के दौरे से पहले सऊदी अरब के विदेश मंत्री अदिल अल जुबैर ने कहा था कि सऊदी अरब , भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव को कम करने की कोशिश करेगा।

इस बीच वित्तीय मामलों के सचिव टी एस त्रिमूर्ति ने कहा है कि दोनों देशों के बीच निवेश, पर्यटन, हाऊसिंग, सूचना और प्रसारण जैसे क्षेत्रों में समझौते होने की उम्मीद है।

हालांकि इससे पहले सऊदी अरब पाकिस्तान की ढहती अर्थव्यवस्था को सहारा दे चुका है। उसने पाकिस्तान के साथ 20 अरब डॉलर का करार किया है। इसमें ऑइल रिफाइनरी के लिए आठ अरब डॉलर की फंडिंग शामिल है। सऊदी अरब पाकिस्तान को पहले से ही छह अरब डॉलर का कर्ज दे चुका है।

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Published: 19 Feb 2019, 11:27 PM