राजघाट क्षेत्र में मनमोहन सिंह की समाधि के लिए जगह देने से मोदी सरकार का इनकार, निगमबोध घाट पर होगा अंतिम संस्कार

कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने दिवंगत पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए स्थान नहीं देने पर मोदी सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी जी, एक दिन सबको जाना है, लेकिन ऐसे महापुरुषों के साथ ये भेदभावपूर्ण रवैया बेहद शर्मनाक है।

मनमोहन सिंह की समाधि के लिए जगह देने से मोदी सरकार का इनकार, निगमबोध घाट पर होगा अंतिम संस्कार
मनमोहन सिंह की समाधि के लिए जगह देने से मोदी सरकार का इनकार, निगमबोध घाट पर होगा अंतिम संस्कार
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नवजीवन डेस्क

मोदी सरकार ने राजघाट समाधि क्षेत्र में मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के लिए जगह देने से इनकार कर दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनका स्मारक बनाया जा सके। लेकिन सरकार ने मांग नहीं मानी। पूर्व पीएम का अंतिम संस्कार अब कल सुबह 11:45 बजे दिल्ली के निगमबोध घाट पर होगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसका आदेश जारी कर दिया है।

इससे पहले आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से फोन पर बात की और पत्र लिखकर अनुरोध किया कि डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनका स्मारक बनाया जा सके। कांग्रेस ने एक्स पर पत्र साझा करते हुए कहा कि "आज कांग्रेस अध्यक्ष श्री खड़गे ने प्रधानमंत्री जी और गृह मंत्री से फ़ोन पर बात करके व एक पत्र लिख कर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से पुरज़ोर अनुरोध किया कि भारत के सपूत सरदार मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार व स्मारक स्थापित करना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी।" हालांकि सरकार ने अनुरोध मंजूर नहीं किया है।


कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने एक्स पर पोस्ट कर दिवंगत पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए स्थान नहीं देने पर मोदी सरकार की आलोचना की है। उन्होंने लिखा कि "ये एक दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है! डॉ मनमोहन सिंह का पूरा जीवन इस देश के लिए समर्पित रहा, उनके किये गए कार्य इस देश की अभिन्न विरासत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, एक दिन सबको जाना है, लेकिन ऐसे महापुरुषों के साथ ये भेदभावपूर्ण रवैया बेहद शर्मनाक है। डॉ मनमोहन सिंह के नाम से स्मारक बनना चाहिए और उसी जगह उनका अंतिम संस्कार होना चाहिए न कि निगम बोध घाट पर। ये फैसला वापिस लीजिए, राजधर्म का पालन कीजिये।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे पत्र में आग्रह किया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनका स्मारक बन सके। उन्होंने पत्र में कहा, "मैं यह पत्र भारत के पूर्व प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के दुखद निधन के संदर्भ में लिख रहा हूं। टेलीफोन पर बातचीत में मैंने डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार, जो कल यानी 28 दिसंबर 2024 को होगा, उनके अंतिम विश्राम स्थल पर करने का अनुरोध किया। यह भारत के महान सपूत के स्मारक के लिए एक पवित्र स्थल होगा। "

उन्होंने कहा कि यह आग्रह राजनेताओं और पूर्व प्रधानमंत्रियों के अंतिम संस्कार के स्थान पर ही उनके स्मारक रखने की परंपरा को ध्यान में रखते हुए है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "डॉ. मनमोहन सिंह देश और इस देश के लोगों के मानस में एक अत्यंत सम्मानित स्थान रखते हैं। हालांकि उनका योगदान और उपलब्धियां अभूतपूर्व हैं। मैं यहां उनकी कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर ध्यान देना चाहूँगा।" उन्होंने कहा, "विश्व नेताओं के मन में डॉ. मनमोहन सिंह के प्रति आदर और सम्मान था...वैश्विक आर्थिक वित्तीय संकट को कम करने में उनकी विद्वतापूर्ण सलाह, नेतृत्व और योगदान को अच्छी तरह से स्वीकार किया जाता है। जैसा कि मुझे याद है, अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान राष्ट्रपति ओबामा ने डॉ. सिंह का उल्लेख किया था और टिप्पणी की थी कि "जब भी भारतीय प्रधान मंत्री बोलते हैं, तो पूरी दुनिया उन्हें सुनती है।" उन्होंने आग्रह किया कि अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनका स्मारक बन सके।


बता दें कि पूरा राजघाट समाधि स्थल क्षेत्र 240 एकड़ में फैला है। यहां पर सबसे पहले महात्मा गांधी की समाधि राजघाट बनाई गई। कर्म भूमि में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा, एकता स्थल में ज्ञानी जैल सिंह, उदय भूमि में पूर्व राष्ट्रपति केआर नारायणन के समाधि बनाई गई। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की समाधि को स्मृति स्थल के रूप में जाना जाता है। शांति वन में पूर्व प्रधान मंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू व संजय गांधी, विजय घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री व उनकी पत्नी की समाधि है। शक्ति स्थल पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, वीर भूमि राजीव गांधी का समाधि स्थल है। किसान घाट पूर्व प्रधानमंत्री चौ. चरण सिंह व संघर्ष स्थल देवी लाल का तथा समता स्थल बाबू जगजीवन राम का समाधि स्थल है। इसी क्षेत्र में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि भी है जिसे सदैव अटल नाम दिया गया है।

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