मोदी-नीतीश कसम किसानों की खाते हैं और दोस्ती पूंजीपतियों से निभाते हैंः सुरजेवाला

रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आज देशभर में 62 करोड़ किसान, मजदूर और सैकड़ों किसान संगठन कृषि विधेयकों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। लेकिन पीएम मोदी और सीएम नीतीश देश को बरगला रहे हैं। नीतीश कुमार ने खेती को बर्बाद करना शुरू किया और आज पूरी तरह तबाह कर दिया है।

फोटोः सोशल मीडिया
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आईएएनएस

कांग्रेस महासचिव और पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने गुरुवार को पटना में कृषि विधेयकों को लेकर केंद्र सरकार और बिहार सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि मोदी जी और नीतीश बाबू कसम किसानों की खाते हैं और दोस्ती मुट्ठीभर पूंजीपतियों से निभाते हैं। सुरजेवाला ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में कहा कि तीन काले कानूनों के माध्यम से हरित क्रांति को हराने की यह बीजेपी की साजिश है।

बिहार कांग्रेस द्वारा चलाए जा रहे अभियान बिहार क्रांति महासम्मेलन में भाग लेने पटना पहुंचे सुरजेवाला ने कहा, "आज देशभर में 62 करोड़ किसान, मजदूर और 250 से अधिक किसान संगठन इन काले कानूनों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी और जेजीयू सरकार देश को बरगला रहे हैं।" उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने खेती को बर्बाद करना शुरू किया और आज पूरी तरह से तबाह कर दिया है।

सुरजेवाला ने कहा कि देश में कोरोना, सीमा पर चीन और खेती पर मोदी सरकार हमलावर हैं। किसान विरोधी यह तजुर्बा नीतीश बाबू के नेतृत्व में साल 2006 में बिहार में प्रारंभ किया गया था।
सुरजेवाला ने सवालिया लहजे में कहा, "अगर अनाज मंडी, सब्जी मंडी व्यवस्था यानी एपीएमसी पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी, तब कृषि उपज खरीद प्रणाली भी पूरी तरह नष्ट हो जाएगी। ऐसे में किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य कैसे मिलेगा, कहां मिलेगा और कौन देगा?"

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि ये तीनों अध्यादेश संघीय ढांचे पर सीधे-सीधे हमला हैं। खेती और मंडियां संविधान के 7वें शेड्यूल के तहत प्रांतीय अधिकारों के क्षेत्र में आते हैं, लेकिन मोदी सरकार ने प्रांतों से राय लेना तक उचित नहीं समझा। खेती का संरक्षण और प्रोत्साहन स्वभाविक तौरे से प्रातों का विषय है, लेकिन इन कानूनों पर उनकी कोई राय नहीं ली गई।

वहीं कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने आईएएनएस के साथ विशेष बातचीत में कहा कि महामारी की आड़ में मोदी सरकार 'किसानों की आपदा' को 'पूंजीपतियों के अवसर' के रूप में उपलब्ध करवाकर किसानों के साथ जो व्यवहार कर रही है, उसे देश के किसान कभी नहीं भूलेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों के हक की लड़ाई संसद से प्रारंभ कर सड़कों पर ले आई है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और इस लड़ाई को अंतिम दम तक लड़ेगी। बिहार क्रांति अभियान के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा भी उपस्थित रहे।

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