नागपुर हिंसा: VHP और बजरंग दल के खिलाफ मामला दर्ज, विपक्ष ने फडणवीस सरकार को जिम्मेदार ठहराया

राज्य विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने हिंसा के लिए मुख्यमंत्री फडणवीस और उनकी सरकार को जिम्मेदार ठहराया तथा दावा किया कि सत्तारूढ़ बीजेपी राज्य में सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश कर रही है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

महाराष्ट्र के नागपुर में मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर किए गए प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए पुलिस ने विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल के कुछ पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि गणेशपेठ थाने में महाराष्ट्र और गोवा के वीएचपी प्रभारी सचिव गोविंद शेंडे और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

मध्य नागपुर के महल इलाके के चिटनिस पार्क में सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे हिंसा भड़क उठी। पुलिस पर पथराव किया गया।

अधिकारियों ने बताया कि इलाके में यह अफवाह फैली कि छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर वीएचपी के आंदोलन के दौरान एक समुदाय के धर्म ग्रंथ को जला दिया गया।

उन्होंने बताया कि आंदोलन के बाद प्रदर्शनकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी, जिसमें एक समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया।

गणेशपेठ थाने के एक अधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।

उन्होंने बताया कि वीएचपी और बजरंग दल के पदाधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी में अमोल ठाकरे, डॉ. महाजन, तयानी, रजत पुरी, सुशील, वृषभ अर्खेल, शुभम और मुकेश बारापात्रे के नाम भी शामिल हैं।

अधिकारी ने बताया कि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।


महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना को साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि नागपुर में हुई हिंसा साजिश प्रतीत होती है। हिंसा के संबंध में 50 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है और नागपुर के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।

फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि ‘छावा’ फिल्म ने मुगल शासक औरंगजेब के खिलाफ लोगों की भावनाओं को जगा दिया है।

शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने नागपुर में हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा।

चतुर्वेदी ने महाराष्ट्र की ‘महायुति’ सरकार पर निशाना साधते हुए 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हिंसा भड़काना, राज्य में अस्थिरता पैदा करना, नागरिकों को पिछले इतिहास में उलझाए रखना और राज्य की वित्तीय दुर्दशा, बढ़ते कर्ज के बोझ, बढ़ती बेरोजगारी और किसानों की आत्महत्या जैसे कठिन सवालों से बचना... महाराष्ट्र को निवेश के लिए अनाकर्षक बनाने की दिशा में ले जाया जा रहा है, इसका उद्देश्य पड़ोसी राज्य को लाभ उठाने में मदद करना है।’’

राज्य विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने हिंसा के लिए मुख्यमंत्री फडणवीस और उनकी सरकार को जिम्मेदार ठहराया तथा दावा किया कि सत्तारूढ़ बीजेपी राज्य में सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश कर रही है।

मुख्यमंत्री फडणवीस के गृहनगर में हिंसा को लेकर निशाना साधते हुए शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने संवाददाताओं से कहा कि बीजेपी ‘‘बेशर्म’’ है।


उन्होंने कहा, ‘‘अफसोस की बात है कि जब बीजेपी शासन नहीं कर सकती, तो वह हिंसा, दंगों का सहारा लेती है और यह हर राज्य में उसका सेट फॉर्मूला है। वे 300-400 साल पहले के किसी व्यक्ति के इतिहास को खोदने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे भविष्य के बारे में नहीं बोल सकते। वे वर्तमान के बारे में नहीं बोल सकते हैं।

अधिकारियों ने बताया कि सोमवार रात को शहर में हिंसा भड़कने के बाद पुलिस ने मंगलवार तड़के करीब 4.30 बजे कर्फ्यू लगा दिया।

उन्होंने बताया कि कोतवाली, गणेशपेठ और लकड़गंज सहित कई इलाकों में कर्फ्यू लागू है, जहां केवल आवश्यक आवाजाही की अनुमति है।

अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बल शहर में 11 अति संवेदनशील स्थानों पर गश्त कर रहे हैं और पूरे शहर में नाकाबंदी की गई है।

पीटीआई के इनपुट के साथ

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