बिहार चुनाव में ‘कदाचार’ के दम पर NDA को मिली जीत, निर्वाचन आयोग जिम्मेदार: हर्षवर्धन सपकाल
सपकाल ने निर्वाचन आयोग को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग और मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार वोट चोरी और एसआईआर के जरिये मतदाताओं के नाम हटाने के लिए जिम्मेदार हैं।

महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने बिहार विधानसभा चुनाव के अप्रत्याशित नतीजे पर सवाल उठाया है। सपकाल ने आरोप लगाया कि बिहार विधानसभा चुनावों में एनडीए के शानदार प्रदर्शन की वजह कदाचार है और इसके लिए उन्होंने निर्वाचन आयोग को जिम्मेदार ठहराया। सपकाल ने कहा कि निर्वाचन आयोग और मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार “वोट चोरी और एसआईआर के जरिये मतदाताओं के नाम हटाने के लिए जिम्मेदार हैं।
मुंबई में पार्टी कार्यालय में बिहार चुनाव के नतीजों पर पत्रकारों से बात करते हुए सपकाल ने कहा कि ये परिणाम “लोकतंत्र के लिए खतरनाक” हैं और कांग्रेस संघर्ष जारी रखेगी। उन्होंने यह सवाल भी किया कि क्या चुनाव से पहले नीतीश कुमार सरकार द्वारा महिलाओं को दी गई आर्थिक सहायता ने मतदान को प्रभावित किया? कांग्रेस नेता ने कहा कि निर्वाचन आयोग के आचरण ने गंभीर चिंताएं पैदा की हैं और देश को टी.एन. शेषन जैसे चुनाव आयुक्त की जरूरत है।
कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य बालासाहेब थोराट ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि संगठन को मजबूत बनाने के लिए कांग्रेस को छोटे ओबीसी समुदायों तक अपनी पहुंच और गहरी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि संविधान और कांग्रेस की विचारधारा समानता पर आधारित है। थोराट ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे लोकतंत्र और संविधान की रक्षा की लड़ाई में राहुल गांधी के साथ मजबूती से खड़े रहें।
इस अवसर पर, दिवंगत आदिवासी नेता मधुकरराव पिचाड़ की पोती गिरिजा पिचाड़ सपकाल और थोराट की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हुईं। सपकाल ने कहा कि उनके शामिल होने से पार्टी का आदिवासी समुदाय से संपर्क और मजबूत होगा। बता दें कि बिहार चुनाव में एनडीए ने प्रचंड बहुमत हासिल किया है। बीजेपी ने पहली बार अकेले 90 सीटों पर जीत दर्ज की है।
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