न महिलाओं का सम्मान, न करुणा, न स्नेह, आरएसएस को अब संघ परिवार नहीं कहूंगाः राहुल गांधी

ननों के साथ बदसलूकी का वीडियो वायरल होने के बाद राहुल गांधी ने इससे पहले एक अन्य ट्वीट में कहा कि उत्तर प्रदेश में केरल की नन पर हुआ हमला संघ परिवार के जहरीले दुष्प्रचार का नतीजा है, जो अल्पसंख्यकों को कुचलने के लिए एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाता है।

फोटोः IANS
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नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश में पिछले हफ्ते अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों द्वारा एक ट्रेन में सफर कर रही ननों के साथ दुर्व्यवहार की घटना को लेकर राहुल गांधी ने आरएसएस पर तीखा हमला बोला है। राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को अब संघ परिवार नहीं कहेंगे।

राहुल गांधी ने हिंदी में ट्वीट करते हुए लिखा, "मेरा मानना है कि आरएसएस व संबंधित संगठन को संघ परिवार कहना सही नहीं- परिवार में महिलाएं होती हैं, बुजुर्गों के लिए सम्मान होता है, करुणा और स्नेह की भावना होती है- जो आरएसएस में नहीं है। अब आरएसएस को संघ परिवार नहीं कहूंगा!"

खबरों के मुताबिक, यह घटना पिछले हफ्ते 19 मार्च को हुई थी, जब नन हरिद्वार-पुरी उत्कल एक्सप्रेस में यात्रा कर रही थीं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्यों ने ननों पर धर्म परिवर्तन करने का आरोप लगाया था। इसके बाद ननों को रेलवे स्टेशन पर उतारकर पूछताछ की गई। जांच में धर्म परिवर्तन का आरोप सही नहीं पाए जाने के बाद उन्हें आगे जाने की अनुमति दी गई। ट्रेन की बोगी का 25 सेकंड का वीडियो कुछ पुरुषों द्वारा घिरी महिलाओं को दिखाता है, जिनमें से कुछ पुलिसकर्मी लगते हैं।

ननों के साथ कथित बदसलूकी का वीडियो वायरल होने के बाद राहुल गांधी ने आरएसएस पर करारा हमला बोला है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट करते हुए लिखा कि उत्तर प्रदेश में केरल की नन पर हुआ हमला संघ परिवार के जहरीले दुष्प्रचार का नतीजा है, जो अल्पसंख्यकों को कुचलने के लिए एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाता है। हमारे लिए यह एक राष्ट्र के रूप में आत्मनिरीक्षण करने और ऐसी विभाजनकारी ताकतों को हराने के लिए सुधारात्मक कदम उठाने का समय है।

बता दें कि एबीवीपी आरएसएस की छात्र शाखा है, जो बीजेपी की वैचारिक संरक्षक है। इस घटना के बाद तीखी प्रतिक्रिया हुई। स्थिति को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह को बयान देना पड़ा कि दोषियों का बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि, बाद में रेलवे की तरफ से भी इस घटना पर सफाई आई थी। हालांकि, उसमें एबीवीपी के आरोपों का कहीं जिक्र नहीं था।

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