महाराष्ट्र के बाद मध्य प्रदेश में फिर से कोरोना का खौफ, इंदौर-भोपाल में 8 मार्च से नाइट कर्फ्यू लग सकता है

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि इंदौर में लंदन वैरिएंट से प्रभावित 6 मरीज मिले हैं। इसके अलावा इंदौर में पिछले सप्ताह प्रतिदिन औसतन 151 केस बढ़े हैं। इसी तरह भोपाल में 78, जबलपुर में 16, बैतूल में 13 और छिंदवाड़ा और उज्जैन में 11-11 केस मिले हैं।

फाइल फोटोः IANS
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नवजीवन डेस्क

महाराष्ट्र के बाद अब मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल और व्यावसायिक नगरी इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में एक बार फिर बढ़ोत्तरी का दौर जारी है। हालात को देखते हुए सरकार ने ऐलान किया है कि अगर आगामी तीन दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या में गिरावट नहीं आई तो 8 मार्च से दोनों शहरों में रात्रि कर्फ्यू लगा दिया जाएगा।

आज कोरोना की स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भोपाल और इंदौर में कोरोना के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग पर सख्ती जरूरी है। यदि अगले 3 दिनों में कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट नहीं हुई तो 8 मार्च से भोपाल और इंदौर में रात्रि कर्फ्यू लगा दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि इंदौर में लंदन वैरिएंट से प्रभावित 6 मरीज मिले हैं। लंदन वैरिएंट का संक्रमण अधिक घातक है। इसकी संक्रामक क्षमता तुलनात्मक रूप से अधिक है। इंदौर में पिछले सप्ताह प्रतिदिन औसतन 151 प्रकरण बढ़े हैं। इसी प्रकार भोपाल में 78, जबलपुर में 16, बैतूल में 13 और छिंदवाड़ा और उज्जैन में 11-11 केस की प्रतिदिन औसतन वृद्धि हुई है। इंदौर में पिछले 15 दिनों में प्रकरणों की संख्या दोगुनी हो गई है। इस गंभीरता को देखते हुए इंदौर और भोपाल में सावधानियां बरतना और सख्ती करना आवश्यक है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल, इंदौर, जबलपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, उज्जैन और महाराष्ट्र से लगे जिलों में कोरोना से प्रभावित प्रकरणों की संख्या बढ़ रही है। प्रदेश में किसी भी हालत में स्थिति को बिगड़ने नहीं दिया जाए। महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना निगेटिव की रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा। इसकी जवाबदारी बस ऑपरेटरों की होगी। बस ऑपरेटर रिपोर्ट के आधार पर ही यात्रियों को बस में प्रवेश दें। राज्य की सीमा पर पुख्ता चैकिंग की व्यवस्था की जाए।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी शासकीय और गैर-शासकीय शैक्षणिक संस्थाओं में मास्क का उपयोग अनिवार्य किया जाए। इसके लिए जागरूकता अभियान भी चलाएं।

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