जनसंख्या नियंत्रण कानून पर नीतीश ने इशारों में योगी पर साधा निशाना, कहा- कानून बनाने से नहीं होगा समाधान

बिहार के मुख्यमंत्री और बीजेपी के सहयोगी दल जेडीयू के सुप्रीमो नीतीश कुमार ने इशारों में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनाने से कुछ नहीं होगा। इसके लिए महिलाओं में जागरुकता जरूरी है।

फोटो : सोशल मीडिया
फोटो : सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर बीजेपी के सहयोगी दल जेडीयू के सुप्रीमो और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाश पर निशाना साधा है। उन्होंने साफ कहा है कि इसके लिए कानून बनाने से कुछ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जिस भी राज्य की मर्जी हो वह कानून बनाए लेकिन कुछ नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि इसके लिए महिलाओँ में शिक्षा और जागरुकता को बढ़ाना होगा।

उन्होंने कहा कि जब महिलाएं पूरी तरह पढ़ी लिखी होंगी तो प्रजनन दर कम होगी। हमें लगता है कि 2040 तक जनसंख्या बढ़ोतरी नहीं रहेगी और फिर ये घटना शुरू होगी।

नीतीश कुमार ने कहा कि "चीन को देख लीजिए, चीन ने एक से दो (बच्‍चों की संख्‍या) किया, अब दो के बाद क्‍या हो रहा है। आप किसी भी देश का हाल देख लीजिए। यह सबसे बड़ी चीज है कि महिलाएं पढ़ी-लिखी रहेंगी तो इतनी जागृति आती है कि प्रजनन दर अपने आप कम होती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के शिक्षित होने से समाज के हर वर्ग पर असर होगा।"

ध्यान रहे कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को ही नई जनसंख्या नीति को लागू किया है। इसे लागू करते हुए उन्होंने कहा था कि आबादी विस्तार के लिए गरीबी और अशिक्षा बड़ा कारक है। कुछ समुदायों में भी जनसंख्या को लेकर जागरूकता का अभाव है। ऐसे में समुदाय केंद्रित जागरूकता के प्रयास की जरूरत है। नई जनसंख्या नीति 2030 तक प्रभावी रहेगी। योगी सरकार चाहती है कि नई नीति में सभी समुदायों में जनसांख्यकीय संतुलन बनाए रखने पर केंद्रित प्रयासों पर जोर दिया जाए।


उधर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने भी जनसंख्या नीति के लिए पिछले सप्ताह कहा था कि राज्य के कुछ हिस्सों में जनसंख्या वृद्धि विकास के लिए खतरा है। उन्होंने कहा था अल्पसंख्यकों के विकास से संबंधित उपाय सुझाने के लिए आठ उप-समूह बनाए जाएंगे, जिनमें सदस्य के रूप में राज्य के जातीय मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल होंगे।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को ही राज्य में आबादी को नियंत्रित करने के लिए जनसंख्या नीति लागू की है। उन्होंने कहा है कि आबादी विस्तार के लिए गरीबी और अशिक्षा बड़ा कारक है। कुछ समुदायों में भी जनसंख्या को लेकर जागरूकता का अभाव है। ऐसे में समुदाय केंद्रित जागरूकता के प्रयास की जरूरत है। नई जनसंख्या नीति 2030 तक प्रभावी रहेगी।


उधर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने भी जनसंख्या नीति के पर पिछले सप्ताह कहा था कि राज्य के कुछ हिस्सों में जनसंख्या वृद्धि विकास के लिए खतरा है। उन्होंने कहा था कि अल्पसंख्यकों के विकास से संबंधित उपाय सुझाने के लिए आठ उप-समूह बनाए जाएंगे, जिनमें सदस्य के रूप में राज्य के जातीय मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल होंगे।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia