एक महीने से कोई केस नहीं, फिर भी 70 दिन से निजामुद्दीन इलाका बंद, आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित

इलाके की निगम पार्षद और हजरत निजामुद्दीन दरगाह के मुखिया भी इस मुद्दे को लेकर लगातार सवाल उठा रहे हैं कि जब एक महीने से ज्यादा वक्त से कोविड-19 का कोई नया केस नहीं मिला, तब भी इस इलाके को क्यों नहीं खोला जा रहा है? वे लगातार दिल्ली के सीएम से अपील कर रहे हैं।

फोटोः IANS
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आईएएनएस

राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन क्षेत्र में पिछले एक महीने से कोरोना संक्रमण का कोई ताजा मामला नहीं देखा गया है। मरकज विवाद के बाद से लगातार 70 दिनों से इलाका पूरी तरह से बंद होने से आम लोगों की जिंदगी अब मुश्किल हो रही है। ऐसे में क्षेत्र के लोग चाहते हैं कि इस इलाके को अब खोला जाए, ताकि वे अपना काम-धंधा शुरू कर सकें और अपनी आजीविका का जुगाड़ कर सकें।

इलाके की निगम पार्षद और हजरत निजामुद्दीन के मुखिया भी इस मुद्दे को लेकर लगातार सवाल उठा रहे हैं कि जब एक महीने से ज्यादा वक्त से यहां कोविड-19 का कोई नया मामला नहीं मिला है, तब भी इस इलाके को क्यों नहीं खोला जा रहा है? निगम पार्षद यास्मीन किदवई ने कहा, "यहां कोई कोरोना संक्रमित नहीं है, तो फिर भी यह जगह अभी तक बंद क्यों रखी गई है? आपने पूरा दिल्ली खोल दिया, तो आखिर क्या वजह है कि यह जगह बंद है? तकलीफ के बीच ही लोगों की रमजान और ईद निकल गई। फिर भी आप इस रास्ते को क्यों नहीं खोल रहे हैं?"

निगम पार्षद ने कहा, "मैंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी चिट्ठी लिखी, मैंने एलजी को भी छुट्टी लिखी। जब उन्होंने नहीं सुना, तो मैंने प्रधानमंत्री कार्यालय को भी चिट्ठी लिखी है। मैं मुख्यमंत्री के दफ्तर में लगातार फोन कर रही हूं, लेकिन कोई जवाब नहीं आया है। दफ्तर से कहा गया कि कोरोना की वजह से वह नहीं मिल रहे हैं। आप दोहरा रवैया नहीं अपना सकते। एक तरफ दिल्ली खुली हुई है, दूसरी ओर एक इलाका बंद है। कोई बताए कि आखिर इस इलाके के बंद होने की क्या वजह है?"

हजरत निजामुद्दीन के मुखिया सयैद काशिफ अली निजामी ने कहा, "ये बस्ती निजामुद्दीन का इलाका है, यहां दरगाह भी है। सब जगह 21 दिन या 30 दिन में खुल जाता है, लेकिन 70 दिन से इसे बंद कर रखा है। ये मथुरा रोड हाईवे भी बंद है और मेन रोड भी बंद है। जब से लॉकडाउन हुआ है, पूरे इलाके को बंद कर दिया गया है। हम दिल्ली के मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार से भी बात करना चाहते हैं। इस क्षेत्र में गरीब लोग रहते हैं, सभी व्यापार करते हैं। दुकानें चलाते हैं, बंद होने की वजह से बहुत परेशान हो रही है। इस तरह बंद रहा तो ये लोग खाएंगे क्या?"

यहां के स्थानीय नागरिक मोहम्मद मक्की हुसैन इसी इलाके में एक रेस्टोरेंट चलाते हैं। उन्होंने बताया, "केंद्र सरकार ने बोल दिया है कि अब दिल्ली सरकार जवाब दे कि क्यों बंद कर रखा है? यहां इंसान ही रहते हैं, कोई जानवर नहीं रहता। बहुत दिक्कत हो रही है। काम ठप पड़ा हुआ है।"

वहीं इस मामले पर दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के जॉइंट कमिश्नर डी सी श्रीवास्तव ने बताया कि “डीएम और स्वास्थ्य विभाग के बीच बातचीत चल रही है और कोशिश की जा रही है कि जल्द से जल्द इस इलाके को खोला जाए।”

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