2018 और 2019 के ‘राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार’ के लिए नामांकन आमंत्रित

राजीव गांधी ने अपने जीवन के अल्पकाल में देश पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। उनकी उज्ज्वल भविष्यदृष्टि, करिश्माई युवा नेतृत्व और जाति, वर्ग, रंग, भाषा और धर्म से ऊपर उठकर समाज में सद्भावना की स्थापना और संवर्द्धन में उनके योगदान को न सिर्फ देश में बल्कि सम्पूर्ण विश्व में सराहा गया।

फोटो: सोशल मीडिया 
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नवजीवन डेस्क

देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर 20 अगस्त को ‘राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार’ प्रदान किया जाएगा। इस संबंध में सलाहकार समिति के अध्यक्ष और पूर्व-सांसद डॉ. कर्ण सिंह ने इस पुरस्कार के लिए 14 जुलाई, 2020 तक सुनिश्चित प्रारूप पर नामांकन आमंत्रित किए हैं। नामांकन का प्रारूप ‘अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी-ट्रस्ट ऑफिस, 24, अकबर रोड, नई दिल्ली-110011’ से प्राप्त किये जा सकते हैं। वर्ष 2018-2019 का 25वां पुरस्कार ऐसे व्यक्ति या संस्था को दिया जाएगा, जिसने इन सालों में या सम्बन्धित सालों से तत्काल दो वर्ष पूर्व राष्ट्रीय सद्भावना के निर्माण में उल्लेखनीय योगदान किया हो।

कब हुई ‘राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार’ की स्थापना:

राजीव गांधी ने अपने जीवन के अल्पकाल में देश पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। उनकी उज्ज्वल भविष्यदृष्टि, करिश्माई युवा नेतृत्व और जाति, वर्ग, रंग, भाषा और धर्म से ऊपर उठकर समाज में सद्भावना की स्थापना और संवर्द्धन में उनके योगदान को न सिर्फ देश में बल्कि सम्पूर्ण विश्व में सराहा गया। हिंसा और आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष करते हुए शांति और कौमी एकता की स्थापना और अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले राजीव गांधी के अविस्मरणीय योगदान को जीवन्त रखने के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष ने ‘भारत छोड़ो आन्दोलन‘ के स्वर्ण-जयन्ती वर्ष में ‘राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार‘ की स्थापना की थी, जो कि राजीव गांधी के जन्मदिन, 20 अगस्त को प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार में एक प्रशस्ति-पत्र और 10 लाख रुपये की नकद राशि ऐसे व्यक्ति या संस्था को प्रदान की जाती है जिन्होंने कौमी एकता की स्थापना और हिंसा एवं आतंकवाद के खिलाफ उल्लेखनीय योगदान किया हो।


इन प्रमुख हस्तियों को ‘राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार’ से नवाजा जा चुका है:

अभी तक इस पुरस्कार से जिन विभूतियों को अलंकृत किया गया है, उनमें प्रमुख हैं, मदर टेरेसा, उस्ताद बिस्मिल्लाह खां, मुहम्मद युनूस, हितेश्वर सैकिया और सुभद्रा जोशी (संयुक्त), कुमारी लता मंगेशकर, सुनील दत्त, जे.एन. कौल, दिलीप कुमार, डॉ. कपिला वात्स्यायन, तीस्ता शीतलवाड़ और हर्ष मन्दर (संयुक्त), एस.एन. सुब्बाराव, स्वामी अग्निवेष और मदारी मोईदीन (संयुक्त), के.आर. नारायणन, कु. निर्मला देषपांडे, हेम दत्ता, प्रो. एन. राधाकृष्णन, गौतम भाई, मौलाना वाहिदुदीन खां, स्पिक मैके, डॉ. डी.आर. मेहता, उस्ताद अमजद अली खां, मुजफ्फर अली, शुभा मुद्गल और श्री गोपालकृष्ण गांधी।

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