ओडिशा रेल हादसा: मुर्दाघरों में अपनों की तलाश में भटक रहे लोग, लापता लोगों को लेकर रेलवे ने जारी किए ये 3 लिंक

ओडिशा रेल हादसे में मारे गए कई लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें अब तक अपने परिवार के सदस्यों के शव तक नहीं मिल पाए हैं। परिजन हाथ में पहचान पत्र लिए मुर्दाघरों में भटक रहे हैं।

ओडिशा रेल हादसा में अब तक 275 से अधिक लोगों की मौत, फोटो: सोशल मीडिया
ओडिशा रेल हादसा में अब तक 275 से अधिक लोगों की मौत, फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे में अब तक 275 से अधिल लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 900 से अधिक लोग लापता हैं। इस हादसे में मारे गए कई लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें अब तक अपने परिवार के सदस्यों के शव तक नहीं मिल पाए हैं। परिजन हाथ में पहचान पत्र लिए मुर्दाघरों में भटक रहे हैं। ऐसे में रेलवे ने भी इन परिवारों की मदद के लिए कई कदम उठाए हैं। लापता लोगों के परिजनों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है, साथ ही राज्य सरकार के साथ मिलकर तीन ऑनलाइन लिंक भी तैयार किए गए हैं।

तीन ऑनलाइन लिंक तैयार किए हैं। इन लिंक में मृतकों की तस्वीरें और तमाम अस्पतालों में भर्ती यात्रियों की लिस्ट दी गई है। इन ऑनलाइन लिंक के जरिए लोग अपने सदस्यों की जानकारी ले सकते हैं। इन लिकों में उन शवों की जानकारी भी दी गई है, जिनकी पहचान नहीं हो पाई।”


ये है तीन लिंक

  • मृतक की तस्वीरों का लिंक (https:rcodisha.nic.in/Photos Of Deceased with Disclaimer.pdf)

  • अलग-अलग अस्पतालों में इलाज करा रहे यात्रियों की लिस्ट का लिंक (https: //www.bmc.gov.in/train-accident/download/Lists-of-Passengers-UnderGoing-Treatment-in-Different-Hospitals_040620230830.pdf)

  • SCB कटक में उपचाराधीन अज्ञात लोगों का लिंक ( https:// www.bmc.gov.in/train-accident/download/Un-identified-person-under-treatment-at-SCB-Cuttack.pdf )।

इसके अलावा रेलवे की तरफ से हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है, जो 24 घंटे काम करेगा। रेल दुर्घटना में प्रभावित यात्रियों के परिवारों/रिश्तेदारों के लिए हेल्पलाइन नंबर 139 काम कर रहा है।

कब और कैसे हुआ हादसा?

ओडिशा के बालासोर के पास 2 जून की शाम करीब शाढ़े 7 बजे हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे पहले डिरेल होकर बगल वाली पटरी पर पर जा गिरे। दूसरी तरफ से शालीमार से चेन्नई जा रही रोमंडल एक्सप्रेस तेज रफ्तार से आ रही थी। हावड़ा और कोरोमंडल एक्सप्रेस में इतनी जोरदार टक्कर हुई कि कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियां भी ट्रैक से उतर कर दूसरी पटरी में आ रही मालगाड़ी से टकरा गई। इस हादसे में 275 लोगों से अधिक की मौत हो गई, जबकि 900 से अधिक लोग घायल हो गए।

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