उफ्फ ये गर्मी! बिहार के शेखपुरा और बेगूसराय में भीषण गर्मी से कई स्कूली बच्चे बेहोश, तेजस्वी ने नीतीश सरकार को घेरा

शेखपुरा सदर अस्पताल के डॉ. रजनीकांत कुमार ने बताया, "बढ़ते तापमान के कारण छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां भर्ती छात्रों की हालत अब स्थिर है।"

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

पूरे उत्तर भारत में प्रचंड गर्मी का कहर जारी है। आज बिहार के शेखपुरा और बेगूसराय में भीषण गर्मी की वजह से कई छात्राए बेहोश हो गईं। इन छात्राओं को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवा गया। बेगूसराय जिले में मटिहानी के अनुग्रह नारायण उच्च विद्यालय में 21 बच्चे बेहोश हो गए हैं जिन्हें मटिहानी रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

शेखपुरा के मनकौल गांव स्थित मिडिल स्कूल के हेड मास्टर सुरेश प्रसाद ने बताया कि स्कूल में गर्मी की वजह से प्रार्थना के दौरान 6-7 छात्र बेहोश हो गए। उन्होंने बताया कि इन छात्रों को तुरंत प्राथमिक उपचार दिया। हेडमास्टर ने यह भी कहा कि गर्मी की वजह से छात्रों को दिक्कतें आ रही हैं।


शेखपुरा सदर अस्पताल के डॉ. रजनीकांत कुमार ने बताया, "बढ़ते तापमान के कारण छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां भर्ती छात्रों की हालत अब स्थिर है।" शेखपुरा सदर अस्पताल के डॉ. सत्येंद्र ने बताया, "छात्रों को हमेशा हाइड्रेटेड रहना चाहिए। उन्हें जितना हो सके उतना पानी पीना चाहिए। गर्मी में बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जाती है। सभी छात्रों को पानी की बोतल साथ रखनी चाहिए..."

बेगूसराय के डीएम ने क्या कहा?

बेगूसराय DM रोशन कुशवाहा ने कहा, "मटिहारी स्कूल में गर्मी की वजह से कुछ छात्राओं की तबियत खराब हो गई थी। उसके बाद उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल में ले जाया गया। वर्तमान में सभी छात्रों की तबियत ठीक है। गर्मी के कारण इस तरह की जितनी भी घटनाएं हो रही हैं उसकी निगरानी के लिए जितने भी हमारे प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हैं उन्हें निर्देशित किया गया है। अगर कहीं भी किसी बच्चे की तबियत खराब होने की खबर सामने आती है तो उसके प्रथम उपचार के लिए जरूरी चीजें स्कूल में उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं।"


सरकारी स्कूलों में छात्रों के बेहोश होने पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "बिहार में लोकतंत्र नहीं रह गया है, ना सरकार रह गई है केवल अफसरशाही रह गई है। स्कूल के समय को लेकर मुख्यमंत्री की बात भी नहीं सुनी जाती है। मुख्यमंत्री इतने कमजोर क्यों हो गए हैं? 47 डिग्री तापमान है लू चल रही है, छोटे बच्चों का ध्यान देना चाहिए। डॉक्टर भी सलाह देते हैं कि लू में मत निकलो। बिहार के स्कूलों की आधारभूत संरचना भी उस तरह का नहीं है कि स्कूलों में बच्चें सुरक्षित रहेंगे। ये दिखा रहा है कि मुख्यमंत्री को इन लोगों ने घेर रखा है।"

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