JPC की बैठक में विपक्ष के संशोधन खारिज होने पर इमरान मसूद बोले- अपने अधिकारों का हनन नहीं होने देंगे
इमरान मसूद ने कहा कि ये सही मायनों में परंपराओं का ह्रास होना है। कभी ऐसा नहीं होता है कि आप संख्या बल के आधार पर विरोध को दबा देंगे। देश के अंदर रहने वाले मुसलमानों की यह सबसे बड़ी संस्था थी, उसको संख्या बल के आधार पर आपने ढहा दिया।

वक्फ संशोधन विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की सोमवार को हुई बैठक में बीजेपी की अगुवाई में एनडीए सांसदों के सभी संशोधनों को स्वीकार कर लिया गया, जबकि विपक्ष के सारे संशोधनों खारिज कर दिए गए। इस पर कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इसके अलावा उन्होंने उत्तराखंड में यूसीसी को लागू करने पर भी अपनी बात रखी।
कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने कहा कि ये सही मायनों में परंपराओं का ह्रास होना है। कभी ऐसा नहीं होता है कि आप संख्या बल के आधार पर अपने विरोध को दबा देंगे। देश के अंदर रहने वाले मुसलमानों के साथ यह मुसलमानों की सबसे बड़ी संस्था थी, उसको संख्या बल के आधार पर आपने ढहा दिया। हम लोग संसद और कोर्ट में लड़ाई लगेंगे। हम सरकार को संविधान की धज्जियां उड़ाने नहीं देंगे। हमें संविधान ने जो अधिकार दिए हैं हम उनका हनन नहीं होने देंगे।
उत्तराखंड में आज से यूसीसी लागू हो गया है। इस पर उन्होंने कहा कि पता नहीं कौन सा यूसीसी क्या करेंगे, ये मुझे समझ नहीं आता। अभी मुझसे किसी ने लिव-इन रिलेशनशिप रजिस्ट्रेशन को लेकर पूछा था। उन्होंने कहा कि क्या सनातन संस्कृति में लिव-इन रिलेशनशिप की इजाजत है? इस्लाम में भी इसकी इजाजत नहीं है। लिव-इन रिलेशनशिप तो हमारी संस्कृति का हिस्सा ही नहीं है।
दिल्ली के चुनाव में भी बटेंगे तो कटेंगे का एंट्री हो गई है। शिवराज सिंह चौहान ने करावल नगर में कहा कि जिनके हाथ खून से रंगे हैं उन्हें वोट ना दें। इस पर इमरान मसूद ने कहा कि हां बिल्कुल, जिनके हाथ खून से रंगे हों उनको वोट नहीं देना चाहिए। जिनके हाथों पर खून लगा हो, उनको सुनना भी नहीं चाहिए। संभल की दीवारें चीख चीखकर कह रही हैं कि मेरी छाती पर गोली लगी है।
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