बैठक के लिए विपक्षी दिग्गजों का बेंगलुरु पहुंचना शुरू, खड़गे, सोनिया, राहुल, ममता, अखिलेश, समेत कई नेता पहुंचे

विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी एक चार्टर प्लेन से बेंगलुरु पहुंचे। कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने तीनों का स्वागत किया।

बेंगलुरू पहुंचने पर सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे का स्वागत करते सीएम सिद्दारमैया
बेंगलुरू पहुंचने पर सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे का स्वागत करते सीएम सिद्दारमैया
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नवजीवन डेस्क

लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को घेरने के लिए लिए बेंगलुरु में विपक्षी दलों की दूसरी अहम बैठक के लिए विभिन्न दलों के नेताओं का बेंगलुरू पहुंचना शुरू हो गया है। बैठक के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी कुछ देर पहले बेंगलुरू पहुंच गए हैं। इन तीनों नेताओं का बेंगलुरू हवाई अड्डे पर कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डी के शिवकुमार ने स्वागत किया।

इनके अलावा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के सीएम स्टालिन, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख उमर अब्दुल्ला, सीपीआई महासचिव डी राजा, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी समेत कई नेता बेंगलुरू पहुंच चुके हैं। वहीं कई नेता अपने शहरों से रवाना हो चुके हैं और देर शाम तक बेंगलुरू पहुचेंगे।


मंगलवार सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक होने वाली मुख्य बैठक में 26 विपक्षी पार्टियां शामिल होंगी। उससे पहले आज शाम सोनिया गांधी ने विपक्षी दलों के नेताओं को डिनर का निमंत्रण दिया है। सूत्रों के मुताबिक, विपक्ष की इस बैठक में तीन मुख्य मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। पहला- लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ विपक्ष की एकजुटता, दूसरा- कॉमन मिनिमम प्रोग्राम, सीट बंटवारे का फार्मूला और तीसरा यूपीए के नए नाम पर भी चर्चा हो सकती है।

बैठक से पहले आज कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, विवेक तन्खा और डीके शिवकुमार ने बेंगलुरू में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जयराम रमेश ने कहा कि कुछ नेता आज नहीं आ रहे हैं, कल आएंगे और यह बैठक कल सुबह होने वाली है। 11 बजे बैठक शुरू होगी और शाम 4 बजे सभी पार्टियों के नेता देश को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी पटना बैठक के बाद अचानक प्रधानमंत्री को एनडीए का ख्याल आया। एनडीए में एक नई जान फूंकने की कोशिश की जा रही है।


इससे पहले पटना में 23 जून को हुई पहली बैठक में 18 राजनीतिक दल शामिल हुए थे। इस बार विपक्षी कुनबे को और मजबूत करने के लिए 8 और दलों को न्योता भेजा गया है। पहली बैठक में कांग्रेस, जनता दल यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल, आम आदमी पार्टी, द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम, तृणमूल कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, सीपीआई, सीपीएम, पीडीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट), सपा, जेएमएम और एनसीपी शामिल हुए थे।

इस बार विपक्षी बैठक के लिए 8 और दलों को निमंत्रण भेजा गया है। इनमें एमडीएमके, कोंगु देसा मक्कल काची, विदुथलाई चिरुथिगल काची, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, केरल कांग्रेस (जोसेफ) और केरल कांग्रेस (मणि) ने हामी भरी है। इनमें से केडीएमके और एमडीएमके 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के साथ थीं।

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