पाकिस्तान की बौखलाहट चरम पर, राजनयिक रिश्ते तोड़े, ट्रेड सस्पेंड किया, एयर स्पेस बंद कर सीमा पर की गोलाबारी

जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म किए जाने और उसे केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद से ही पाकिस्तान की बौखलाहट बढ़ती जा रही है। पाकिस्तान ने भारत से राजनयिक और व्यापारिक रिश्ते खत्म करने का ऐलान करने के बाद अपना एयर स्पेस भी बंद कर दिया है।

फोटो : सोशल मीडिया 
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नवजीवन डेस्क

कश्मीर पर भारत के फैसले से पाकिस्तान में सरकार और सैन्य इंतजामिया के बीच बौखलाहट नजर आ रही है। पाकिस्तान ने अपने हवाईक्षेत्र के एक कॉरिडोर को बंद कर दिया है। इस कॉरिडोर के बंद होने से विदेशी उड़ानों को 12 मिनट का अतिरिक्त समय लगेगा। एयर इंडिया इंडिया के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान से होकर 11 रूट जाते हैं, उनमें से इस कॉरिडोर के तहत आने वाले तीन रुट बंद कर दिए गए हैं। एयर इंडिया अधिकारी ने बताया कि कॉरिडोर बंद होने से उड़ानों का मार्ग परिवर्तित किया जाएगा।

एअर इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा,‘‘एक कॉरिडोर (पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में) को बंद कर दिया गया है इससे अधिकतम 12 मिनट का परिवर्तन होगा. इससे हम पर ज्यादा प्रभाव नहीं पडे़गा.’’ गौरतलब है कि एअर इंडिया पाकिस्तानी हवाईक्षेत्र से रोजाना करीब 50 उड़ानों का संचालन करती है।

इससे पहले बुधवार को पाकिस्तान के शीर्ष असैन्य और सैन्य नेतृत्व ने भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को निष्कासित करने और द्विपक्षीय संबंध स्थगित करने का निर्णय लिया। यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री इमरान खान ने की।

विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी ने बैठक के बाद एआरवाई न्यूज से कहा, "हमारे राजदूत अब दिल्ली में नहीं रहेंगे और उनके राजदूत को भी हम वापस भेजेंगे।" बैठक के बाद जारी एक बयान के अनुसार, एनएससी ने भारत संग कूटनीतिक संबंध डाउनग्रेड करने, द्विपक्षीय व्यापार निलंबित करने, द्विपक्षीय व्यवस्थाओं की समीक्षा करने, मामले को संयुक्त राष्ट्र ले जाने और 14 अगस्त को पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस कश्मीरियों के साथ एकजुटता जताने के लिए मनाने के निर्णय लिए हैं।

बयान में कहा गया है, "प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया है कि भारत के क्रूर नस्ली शासन को, उसकी डिजाइन को और मानवाधिकार हनन को बेनकाब करने के लिए सभी कूटनीति माध्यमों को सक्रिय किया जाए।"

बैठक में रक्षा मंत्री परवेज खट्टक, विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के जनरल जुबैर हयात, सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा, नौसेना प्रमुख एडमिरल जफर महमूद अब्बासी, चीफ ऑफ एयर स्टाफ एयर मार्शल मुजाहिद अनवर खान, आईएसआई के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद और अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

बयान में कहा गया है, "इस बार 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस बहादुर कश्मीरियों और आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए उनके जायज संघर्ष के साथ एकजुटता जताने के लिए मनाया जाएगा।"


इसके अलावा पाकिस्तानी संसद के संयुक्त सत्र में नई दिल्ली के एकतरफा कदम की निंदा करने का एक प्रस्ताव भी पारित किया गया। डॉन अखबार के अनुसार, प्रस्ताव को कश्मीर कमेटी के चेयरमैन सैयद फखर इमाम ने पेश किया और उसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। प्रस्ताव में इस मामले को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संज्ञान में और संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के संज्ञान में ले जाने का भी आह्वान किया गया है, ताकि एक जांच आयोग गठित किया जा सके।

इमरान खान ने इसके पहले मंगलवार को नेशनल एसेंबली (पाकिस्तानी संसद) के एक संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा था कि जम्मू एवं कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के बाद पुलवामा जैसे हमले हो सकते हैं, जिसके कारण भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हो सकता है। उन्होंने कहा, "मैं अनुमान जाहिर कर सकता हूं कि यह होगा। वे फिर हम पर दोष लगाएंगे। वे हम पर फिर हमला कर सकते हैं, और हम जवाबी हमला करेंगे।"

गौरतलब है कि एक सप्ताह के अंदर एनएससी की यह दूसरी बैठक थी। पहली बैठक चार अगस्त को पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर पर नागरिक आबादी को निशाना बनाने के लिए भारत के क्लस्टर बम के इस्तेमाल पर चर्चा के लिए हुई थी।

(आईएएनएस इनपुट के साथ)

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