आज से संसद का शीतकालीन सत्र: हंगामे के आसार, SIR समेत इन मुद्दों पर विपक्ष लामबंद, इन विधेयकों को पेश करेगी सरकार

SIR के अलावा, दिल्ली ब्लास्ट, बढ़ते प्रदूषण, वोट चोरी और बीएलओ की आत्महत्या जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भी विपक्ष सरकार को कटघरे में खड़ा करने की तैयारी में है।

संसद का शीतकालीन सत्र 1 से 19 दिसंबर तक, विपक्ष ने कम बैठकों के लिए सरकार को घेरा, चर्चा से भागने का आरोप लगाया
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नवजीवन डेस्क

संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है। शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा। एक तरफ जहां सरकार कई विधेयक रखने की तैयारी में है। वहीं, दूसरी ओर विपक्ष SIR समेत कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारियों में है।

इससे एक दिन पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक हुई थी। जिसमें दोनों सदनों के विधायी कार्यों और विभिन्न विषयों को लेकर चर्चा की गई थी।

इस सर्वदलीय बैठक के लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा था कि आज से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के एजेंडे पर चर्चा के लिए मोदी सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक महज औपचारिकता है। 15 दिनों का ये सत्र संसदीय इतिहास का सबसे छोटा सत्र होगा। मोदी सरकार ने पारित होने के लिए 13 विधेयक सूचीबद्ध किए हैं। इनमें से एक अध्यादेश का स्थान लेता है और दो लोकसभा की एक समिति के पास जा चुके हैं। इसलिए, दस विधेयकों की संबंधित स्थायी समिति द्वारा जांच नहीं की गई है। बेशक, ये संभव है कि वर्तमान में सूचीबद्ध न किया गया कोई विधेयक इस छोटे सत्र के उत्तरार्ध में अचानक पेश किया जाए।

उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था, 'मोदी सरकार ने विपक्ष से बिना किसी सलाह के एक विषय को अल्पकालिक चर्चा के लिए सूचीबद्ध करके अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं।


वहीं कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि देश में इलेक्टोरल रिफॉर्म्स पर चर्चा होनी चाहिए। यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। अगर दिल्ली के लाल क़िले के पास आतंकवादी गतिविधियां हो रही हैं तो देश का कौन सा हिस्सा सुरक्षित है? देश में क़ानून और व्यवस्था, बेरोजगारी और महंगाई जैसे कई मुद्दे हैं, जिनपर चर्चा होनी चाहिए।

वहीं TMC ने शीतकालीन सत्र को लेकर साफ कर दिया था कि वह सदन में SIR के मुद्दे पर सरकार को घेरेगी। टीएमसी ने केंद्र की बीजेपी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर सरकार सदन चलाना चाहती है तो उसे एसआईआर पर बहस (चर्चा) के लिए सहमत होना।


इन मुद्दों को भी उठाएगा विपक्ष

SIR के अलावा, दिल्ली ब्लास्ट, बढ़ते प्रदूषण, वोट चोरी और बीएलओ की आत्महत्या जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भी विपक्ष सरकार को कटघरे में खड़ा करने की तैयारी में है।

शीतकालीन सत्र के दौरान संसद में पेश होंगे 14 बिल, देखें लिस्ट

1- जन विश्वास (संशोधन) विधेयक, 2025

2- इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (संशोधन) विधेयक, 2025 (IBC)

3- बीमा कानून (संशोधन) विधेयक, 2025

4- स्वास्थ्य सुरक्षा से राष्ट्रीय सुरक्षा उपकर विधेयक, 2025

5- मणिपुर वस्तु एवं सेवा कर (द्वितीय संशोधन) विधेयक, 2025

6- निरस्तीकरण और संशोधन विधेयक, 2025

7- परमाणु ऊर्जा विधेयक, 2025

8- राष्ट्रीय राजमार्ग (संशोधन) विधेयक, 2025

9- प्रतिभूति बाजार संहिता विधेयक (एसएमसी), 2025

10- मध्यस्थता और सुलह (संशोधन) विधेयक, 2025

11- केंद्रीय उत्पाद शुल्क (संशोधन) विधेयक, 2025

12- भारतीय उच्च शिक्षा आयोग विधेयक, 2025

13- कॉर्पोरेट कानून (संशोधन) विधेयक, 2025

14- वर्ष 2025-26 के लिए अनुदानों की अनुपूरक मांगों के प्रथम बैच पर प्रस्तुति, चर्चा और मतदान तथा संबंधित विनियोग विधेयक का पुरःस्थापन, विचार और पारित/वापसी