श्रीनगर में लोगों ने हुर्रियत ऑफिस में की तोड़फोड़, कश्मीरी पंडितों की हत्या के खिलाफ फूटा गुस्सा

हाल की हत्याओं से नाराज सामाजिक कार्यकर्ताओं के समूह ने कहा कि अलगाववादी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेताओं ने पिछले 30 वर्षो से लोगों को धोखा दिया है और वे कश्मीर में निर्दोष लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं।

फोटोः IANS
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नवजीवन डेस्क

जम्मू-कश्मीर में हाल में हुई मासूमों खासकर कश्मीरी पंडितों की हत्या के खिलाफ आज लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। हत्याओं से नाराज कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आज श्रीनगर शहर में अलगाववादी हुर्रियत कांफ्रेंस के कार्यालय पर हमला कर वहां जमकर तोड़फोड़ किया। लोगों ने ऑफिस के ऊपर लगे बोर्ड को भी उखाड़ कर तोड़फोड़ दिया।

घाटी के लोगों को धोखा देने का लगाया आरोप

सोमवार को अलगाववादी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के राजबाग मोहल्ला स्थित कार्यालय के बाहर सामाजिक कार्यकर्ताओं का एक समूह जमा हो गया। हाल की हत्याओं से नाराज कार्यकर्ताओं के समूह ने कहा कि हुर्रियत नेताओं ने पिछले 30 वर्षो से लोगों को धोखा दिया है और वे कश्मीर में निर्दोष लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं।


कश्मीर में हत्याओं के लिए हुर्रियत को बताया जिम्मेदार

सामाजिक कार्यकर्ताओं के समूह ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कार्यालय बोर्ड को उतार कर नीचे फेंक दिया और उसे पूरी तरह तोड़फोड़ दिया। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस दौरान हुर्रियत विरोधी नारे भी लगाए और कश्मीर में जारी हत्याओं के सिलसिले के लिए हुर्रियत कांफ्रेंस को जिम्मेदार ठहराया।

क्या है हुर्रियत कांफ्रेंस और इसका मकसद क्या है

हुर्रियत कांफ्रेंस अलगाववादी दलों का एक समूह है जो कश्मीर को भारत से अलग करना चाहते हैं। आपस में, हुर्रियत नेता इस बात को लेकर बंटे हुए हैं कि उन्हें एक स्वतंत्र राज्य चाहिए या पाकिस्तान में विलय। अंतत: इसी अंतर की वजह से हुर्रियत सम्मेलन का विभाजन हुआ जिसमें एक का नेतृत्व स्वर्गीय सैयद अली गिलानी ने किया और दूसरे धड़े का नेतृत्व मिवाइज उमर फारूक करते हैं।

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Published: 17 Oct 2022, 6:04 PM