तेल की कीमत में ढाई महीने में सबसे बड़ी उछाल, लगातार तीसरे दिन बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, आगे भी रहिए तैयार

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इस हफ्ते की शुरूआत में कच्चे तेल के दाम में जोरदार उछाल के बाद से भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम में भारी बढ़ोतरी हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि खाड़ी क्षेत्र में जारी सैन्य तनाव के बीच तेल के दाम में तेजी का रुख बना रह सकता है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

पेट्रोल और डीजल के दाम में फिर लगातार तीसरे दिन बढ़ोतरी दर्ज की गई है। तेल के दाम में ढाई महीने में सबसे बड़ी उछाल देखने को मिली है। पेट्रोल गुरुवार को दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में 29 पैसे, जबकि चेन्नई में 30 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया। डीजल के दाम फिर दिल्ली और कोलकाता में 19 पैसे जबकि मुंबई और चेन्नई में 20 पैसे प्रति लीटर बढ़ गए हैं। देश की राजधानी दिल्ली में इन तीन दिनों में पेट्रोल 68 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है और डीजल के दाम भी 58 पैसे प्रति लीटर बढ़ गए हैं।

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इस हफ्ते की शुरूआत में कच्चे तेल के दाम में जोरदार उछाल आने के बाद से भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम में भारी बढ़ोतरी हुई है और विशेषज्ञों का अनुमान है कि खाड़ी क्षेत्र में जारी सैन्य तनाव की वजह से कच्चे तेल के दाम में तेजी का रुख बना रह सकता है। त्योहारी सीजन में तेल के दाम में बढ़ोतरी होने से चिंता का विषय यह है कि इससे आम उपभोक्ताओं पर मंहगाई की मार पड़ेगी।


इंडियन ऑयल की बेवसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम बढ़कर क्रमश: 72.71 रुपये, 75.43 रुपये, 78.39 रुपये और 75.56 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। चारों महानगरों में डीजल के दाम भी बढ़कर क्रमश: 66.01 रुपये, 68.42 रुपये, 69.24 रुपये और 69.77 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं।

सउदी अरब की सरकारी तेल उत्पादक कंपनी अरामको के संयंत्रों पर पिछले हफ्ते हुए ड्रोन हमलों के बाद सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड का भाव करीब 20 फीसदी के उछाल के साथ 71 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चला गया था, जोकि 28 साल बाद एक दिन की सबसे बड़ी तेजी थी। इससे पहले 14 जनवरी 1991 को ब्रेंट के भाव में 21.54 फीसदी का उछाल आया था।


उर्जा विशेषज्ञ नरेंद्र तनेजा ने कहा कि सउदी से तेल की आपूर्ति बाधित होने से कहीं ज्यादा तेल के दाम में बढ़ोतरी भारत के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि तेल भारतीय अर्थव्यवस्था की धुरी है और इस त्योहारी सीजन में कच्चे तेल के दाम में बढ़ोतरी होने से लोगों लोगों की चिंता और बढ़ जाएगी और हमारे दैनिक जीवन के उपयोग में आने वाली 60 फीसदी वस्तएं तेल से बनी है।

अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर गुरुवार को ब्रेंट क्रूड के नवंबर अनुबंध में महज 0.09 फीसदी की बढ़त के साथ 63.66 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। वहीं, अमेरिकी लाइट क्रूड का नवंबर अनुबंध न्यूयार्क मर्के टाइल एक्सचेंज पर 0.26 फीसदी की तेजी के साथ 58.19 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था।

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