लेनिन गिरे, पेरियार टूटे, सब चुप रहे, लेकिन जब मुखर्जी पर पड़ी कालिख तो परेशान हो गए पीएम और उप-राष्ट्रपति

त्रिपुरा में लेनिन की दो मुर्तियां तोड़ी गईं, तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया, सब चुप रहे। लेकिन जब श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर कालिख पोती गयी तो पीएम परेशान हो गाए।

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

त्रिपुरा में बीजेपी की जीत के बाद ही पूरे राज्य में सीपीएम कार्यालयों पर हमले शुरु हो गए, लेकिन न तो बीजेपी और न ही प्रधानमंत्री ने इस पर कोई बयान दिया। त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति को गिरा दिया गया, तो भी पीएम चुप रहे, बल्कि उन्होंने यहां तक कह दिया कि त्रिपुरा में बीजेपी की जीत दरअसल विचारधारा की जीत है।

लेनिन की मूर्ति तोड़े जाने से उत्साहित तमिलनाडु के एक बीजेपी नेता पेरियार की मूर्ति तोड़ने का ऐलान कर दिया। और बुधवार सुबह होते होते खबर आ गई कि द्रविड़ आंदोलन के संस्थापक पेरियार की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया। प्रधानमंत्री चुप रहे। कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। लेकिन न्यूटन का सिद्धांत है कि क्रिया के विपरीत प्रतिक्रिया होती है, और प्रतिक्रिया स्वरूप बंगाल से खबर आई कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया गया।

अब तक इन घटनाओं पर चुप रहे प्रधानमंत्री के अंदर का स्वंयसेवक जाग उठा, उन्होंने तुरंत गृहमंत्री को निर्देश दिया कि ये सब रोका जाए। एक अधिकारिक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिपुरा में बीजेपी की जीत के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रतिमाएं गिराने की घटनाओं को लेकर बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बात की। पीएम से बात करने के तुरंत बाद गृह मंत्रालय ने राज्यों को दिशा-निर्देश जारी किए और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी ऐहतियात बरतने के लिए कहा है।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया, "देश के कुछ हिस्सों से प्रतिमाएं गिराए जाने की खबरें आई हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इन घटनाओं को गंभीर रूप से संज्ञान में लिया है।" बयान में कहा गया कि गृहमंत्री राजनाथ ने इस तरह की घटनाओं पर सख्त ऐतराज जताया है। बयान के मुताबिक, "ऐसे कृत्यों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और कानून के प्रांसगिक प्रावधानों के तहत उन पर मामले दर्ज किए जाने चाहिए।"

गौरतलब है कि दक्षिण त्रिपुरा में बीजेपी कार्यकताओं ने क्रांतिकारी व्लादिमीर लेनिन की दो प्रतिमाएं तोड़ दीं, इसके बाद त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल सहित देश के कई हिस्सों से हिंसा की खबरें आ रही हैं। इससे पहले आई रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को बेलोनिया में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एक बुलडोजर की मदद से 11.5 फीट ऊंची लेनिन की प्रतिमा को गिरा दिया था। राजनाथ सिंह ने मंगलवार को त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय और राज्य पुलिस प्रमुख अखिल कुमार शुक्ला से बात कर हिंसा रोकने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया था। इसके अलावा तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में ई वी रामास्वामी यानि पेरियार की प्रतिमा तोड़ने के मामले में मंगलवार देर शाम दो लोगों को गिरफ्तार किया गया।

श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति को नुकसान पहुंचाए जाने की घटना के बाद प्रधानमंत्री ही नहीं उप राष्ट्रपति को भी चिंता हुई। उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में लोकप्रिय नेताओं की प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचाने की घटनाओं को शर्मनाक और पागलपन बताते हुए इसकी निंदा की।

जब पीएम इस मुद्दे पर बोले तो बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी क्यों चुप रहते। उन्होंने भी एक के बाद एक कई ट्वीट कर कहा कि कि प्रतिमाओं को नष्ट किया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा, "यदि बीजेपी से जुड़ा कोई भी शख्स प्रतिमाओं को नष्ट करने के कृत्यों में शामिल पाया गया तो उसके खिलाफ पार्टी कठोर कदम उठाएगी।" अमित शाह ने कहा, "हम पार्टी के रूप में किसी की भी प्रतिमा को ढहाए जाने का समर्थन नहीं करते।"

शाह ने तमिलनाडु और त्रिपुरा में पार्टी इकाइयों से बात की और नेताओं से कहा कि इन घटनाओं में किसी के भी शामिल पाए जाने पर सख्त कदम उठाए जाएं।

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Published: 07 Mar 2018, 3:40 PM