विवेक हत्याकांड: पहली एफआईआर में पुलिस ने कर दिया था खेल, जब उठे सवाल तो कहा दर्ज होगी दूसरी रिपोर्ट

विवेक तिवारी हत्याकांड में लखनऊ पुलिस नए सिरे से एफआईआर दर्ज कराएगी। इस मामले में दर्ज पहली एफआईआर में आरोपी पुलिस कांस्टेबिल का नाम न होने के बाद उठे सवालों के बाद पुलिस ने यह फैसला किया है। नई एफआईआर विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना की तरफ से दर्ज कराई जाएगी।

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

दरअसल एपल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या के मामले में यूपी पुलिस की घोर लापरवाही सामने आई थी, जिसमें पुलिस ने मामले की एफआईआर में खेल कर दिया था। पुलिस ने इस मामले में विवेक के परिवार वालों से तहरीर लेने के बजाए हत्या की चश्मदीद सना से अपने मनमाफिक तहरीर लिखवा ली थी। इस तहरीर में आरोपी पुलिस वालों को बचाने की कोशिश की गई थी।

जो जानकारी मिली उसके मुताबिक सना की तरफ से ली गई तहरीर में आरोपी पुलिसकर्मियों के घटनास्थल पर होने तक का जिक्र नहीं है। पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 302 का मुकदमा तो दर्ज किया और दावा किया कि आरोपी पुलिस कांस्टेबिल को गिरफ्तार कर बर्खास्त कर दिया गया है। लेकिन पुलिस के इस दावे में उस समय खेल नजर आया जब आरोपी पुलिस वाला तमाम पुलिसवालों की मौजूदगी में खुलेआम अपनी तहरीर देने की बात करते हुए मीडिया के सामने आया। इससे जाहिर होता है कि उसे गिरफ्तार किए जाने की बात सिर्फ दिखावा भर था।

विवेक हत्याकांड: पहली एफआईआर में पुलिस ने कर दिया था खेल, जब उठे सवाल तो कहा दर्ज होगी दूसरी रिपोर्ट

जानकारी के मुताबिक विवेक तिवारी हत्याकांड में पुलिसकर्मियों ने सना से तहरीर जरुर ली है, लेकिन उसे गोमतीनगर थाने में पुलिसकर्मियों ने खुद लिखा है। इस तहरीर में इस बात का जिक्र है कि दो पुलिसकर्मी मौके पर थे, लेकिन गोली किसने चलायी इस बात का जिक्र तहरीर में नहीं है।

जानकारों का मानना है कि पुलिस की कोशिश है कि चश्मदीद सना को दबाव में लेकर इस केस को कमजोर किया जाए। घटना की प्रत्यक्षदर्शी सना को इस मामले में मुख्य गवाह भी बनाया जा सकता

रविवार को विवेक के परिवार से मिलकर लौटे एडीजी लखनऊ राजीव कृष्ण का कहना है कि, विवेक के परिवार को 24 घंटे सुरक्षा दी जाएगी और परिवार द्वारा दर्ज करवाई गई एफआईआर के आधार पर एसआईटी जांच करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर परिवार ने चाहा तो सीबीआई जांच भी की जाएगी।

इस बीच मामले में आईजी सुजीत पांडेय के नेतृत्व में बनाई गई एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। रविवार दोपहर एसआईटी की टीम घटनास्थल पर पहुंची। यहां घटना को नाट्य रूप से फिर से क्राइम सीन दोहराया। आईजी ने बताया कि, 'क्राइम सीन एरिया की बैरिकेडिंग कर टीम हर पहलुओं पर बारीकी से नजर रख रही है। हम घटनास्थल का बारीकी से मुआयना कर रहे हैं। यहां से हमें जो भी सबूत के तौर पर चीजें मिल रही हैं, हम उसे एकत्रित कर रहे हैं। एसआईटी के सहयोग के लिए हमने फॉरेंसिक साइंस के एक्सपर्ट को भी साथ रखा है। बैलिस्टिक एक्सपर्ट्स की भी हमें काफी जरूरत पड़ेगी, इसलिए उन्हें भी टीम में शामिल किया गया है।

उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर इस घटना को दुखद बताया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस तरह के किसी भी आपराधिक मामले को बरदाश्त नहीं करेगी। उन्होंने बताया कि इस मामले में तुरंत एक्शन लिया गया और गिरफ्तारी भी हुई। मृतक के परिवार को सरकार हर संभव मदद करेगी।

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Published: 30 Sep 2018, 9:08 PM