पुलवामा आतंकी हमला: राहुल गांधी ने कहा- देश की आत्मा पर हमला, सेना और सरकार के साथ हम खड़े

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद जवानों और सरकार के साथ खड़े होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का उद्देश्य देश को बांटना है, लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे।

फोटो: सोशल मीडिया 
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नवजीवन डेस्क

पुलवामा में हुए हमले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, “ये घटना बहुत दुखद, ये हमला भारत की आत्मा पर हमला है।” उन्होंने आगे कहा, “आतंकियों की मंशा इस देश को बांटने और तोड़ने की है। लेकिन इस देश को कोई बांट नहीं सकता। पूरा विपक्ष एक साथ सुरक्षाबलों और सरकार के साथ खड़ा है। ये जो हमला हुआ है, हिंदुस्तान की आत्मा पर हुआ है। हम हर शहीद के परिवार के साथ खड़े हैं, देश को कोई शक्ति नहीं तोड़ सकती है।”

उन्होंने आगे कहा, “जिन लोगों ने ये किया है उनको ये नहीं लगना चाहिए कि वो इस देश को थोड़ी सी भी चोट पहुंचा सकते हैं। उनको मालूम होना चाहिए कि ये देश इन चीजों को भूलता नहीं है।” उन्होंने आगे कहा, “ये बहुत भयावह त्रासदी है। आतंकवाद का एक ही मकसद होता है कि देश को बांटा जाए। हमारे सुरक्षा बलों के खिलाफ इस प्रकार की हिंसा बेहद घृणित है। इस घड़ी में हम इस मुद्दे के अलावा किसी और मुद्दे पर डिस्कशन नहीं करेंगे। अभी सिर्फ और सिर्फ देश के साथ खड़े रहने की जरूरत है।”

राहुल गांधी के साथ मौजूद पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा, “आतंक की इस घटना की मैं निंदा करता हूं, हमारी संवेदनाएं शहीद जवानों और उनके परिवारों के साथ हैं।” उन्होंने आगे कहा,“हमें आतंकी ताकतों से कभी समझौता नहीं कर चाहिए और पूरी ताकत से इनसे लड़ना चाहिए। आतंक से कभी समझौता नहीं हो सकता।” उन्होंने आगे कहा, “आज शोक का दिन है। हमारे देश ने करीब 40 सशस्त्र बलों के जवानों को खो दिया है और हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य है कि हम उनके परिवारों को बताएं कि हम उनके साथ हैं।”

बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरूवार को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले में 44 जवान शहीद हो गए हैं। वहीं, 38 जवान घायल हैं। पुलवामा जिले में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर यह हमला गुरुवार 3.15 बजे हुआ। जैश-ए-मुहम्मद (जेईएम) के एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदी एसयूवी सीआरपीएफ की बस से टकरा दी और उसमें विस्फोट कर दिया। जम्मू-कश्मीर में 1989 में आतंकवाद के सिर उठाने के बाद से यह सबसे भयावह आतंकी हमला है।

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Published: 15 Feb 2019, 1:04 PM