केरल के वायनाड में राहुल गांधी की विशाल रैली, तीनों कृषि कानूनों को बताया ‘किसान विरोधी’

राहुल गांधी ने एक बार फिर तीनों विवादित कृषि कानूनों को ‘किसान विरोधी कानून’ बताया और कहा कि ये कानून देश के किसानों को बर्बाद कर देंगे। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया भारतीय किसानों की परेशानियां देख रही है, लेकिन दिल्ली में बैठी सरकार इसे नहीं देख रही है।

फोटोः @INCIndia
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को केरल के वायनाड में हजारों किसानों और मजदूरों के साथ 100 से अधिक ट्रैक्टरों की एक विशाल रैली की अगुवाई की और केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान राहुल गांधी ने वायनाड निर्वाचन क्षेत्र को बफर जोन से हटाने के लिए केंद्र को पत्र लिखने के लिए केरल सरकार से मांग की।

रैली से पहले राहुल गांधी ट्रैक्टर चलाते हुए देखे गए और उनकी बाईं और दाईं ओर स्थानीय कांग्रेस विधायक आई.सी. बालाकृष्णन और कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल बैठे थे। राहुल गांधी के ट्रैक्टर के आगे-आगे सशस्त्र सुरक्षा बल चल रहे थे, जबकि अन्य ट्रैक्टर और किसान उनके पीछे-पीछे आ रहे थे। लगभग 6 किलोमीटर के रास्ते में लोगों की भारी भीड़ जुटी थी, जो राहुल गांधी का हाथ हिलाकर उनका अभिवादन कर रहे थे।

वायनाड के थ्रीकाइपाटू से शुरू हुई रैली मुट्टील में जाकर समाप्त हुई, जहां राहुल गांधी को सुनने के लिए एक विशाल जनसभा रखी गई थी। राहुल गांधी ने अपने भाषण में तीनों कृषि कानूनों को 'किसान विरोधी कानून' बताया और कहा कि ये कानून देश के किसानों को बर्बाद कर देंगे। उन्होंने कहा, "पूरी दुनिया भारतीय किसानों की परेशानियां देख रही है, लेकिन दिल्ली में बैठी सरकार इसे नहीं देख रही है। यहां तक कि कुछ पॉपस्टार भी किसानों के पक्ष में बोल रहे हैं, मगर ये सरकार चुप है। लेकिन हमने संकल्प लिया है कि हम भारत की 40 प्रतिशत आबादी के खिलाफ लाए गए कानूनों के विरुद्ध लड़ेंगे।"

कांग्रेस सांसद ने कहा, "कृषि भारत माता का व्यवसाय है और ये तीन नए कानून पीएम मोदी के कुछ दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए लाए गए हैं, जो इन कानूनों का उपयोग कर देश में कृषि क्षेत्र पर कब्जा जमा लेंगे और किसानों को भारी मुसीबत में डाल देंगे।" उन्होंने कहा, "सरकार में बैठे दो लोग और बाहर के दो लोग, इन कानूनों के सबसे बड़े लाभार्थी होने जा रहे हैं। किसानों को उनकी इच्छा के अनुसार कीमत नहीं मिल पाएगी, क्योंकि ये ऐसे लोग हैं जो खुद ही कृषि उपज का मूल्य तय करेंगे। वे जितना चाहें, उतने उत्पाद की जमाखोरी करेंगे। जब किसान अपने उत्पाद खरीदने जाएंगे, तो ये 'लोग' ऊंची कीमत की बोली लगाएंगे। फिर ये कानून ऐसे लोगों के बचाव में आ जाएगा।"

केरल में सत्तारूढ़ पिनाराई विजयन सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वह संसद में केंद्र सरकार के एक मंत्री की वायनाड को बफर जोन में तब्दील करने की घोषणा सुनकर हैरान हो गए। अगर ये लागू हो जाता है तो उनका निर्वाचन क्षेत्र रहने लायक नहीं रह जाएगा। उन्होंने केरल सरकार से वायनाड क्षेत्र को बफर जोन से हटाने के लिए केंद्र को पत्र लिखने की मांग की। दरअसल, वन्यजीव अभयारण्य के लिए वायनाड निर्वाचन क्षेत्र के कुछ गांवों को बफर जोन में शामिल किया जा सकता है। इसका मतलब ये हुआ कि इस जोन में किसी भी व्यक्ति को बसने की इजाजत नहीं होगी।

इससे पहले केरल पहुंचे राहुल गांधी ने आज सेंट जोसेफ स्कूल, मेप्पाडी में महात्मा गांधी की एक प्रतिमा का अनावरण किया, जहां उन्होंने कहा कि महात्मा द्वारा किए गए कार्यो का देश और दुनिया में सम्मान किया जाता है। राहुल गांधी ने कहा, "महात्मा और ईसा मसीह के बीच समानता है, क्योंकि दोनों ने अहिंसा के सिद्धांत पर लड़ाई लड़ी और दोनों ने लोगों के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। महात्मा ने ईसा मसीह से मार्गदर्शन लिया।"

राहुल गांधी मंगलवार को केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में कांग्रेस की एक रैली में हिस्सा लेंगे। ये रैली राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के चुनाव अभियान की शुरुआत होगी।

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Published: 22 Feb 2021, 7:09 PM