करगिल विजय दिवस: ‘शूरवीरों’ को किया जा रहा याद, राहुल बोले- उन्हें नमन जो सब कुछ समर्पित कर देश की करते हैं रक्षा

करगिल विजय दिवस पर करगिल के शहीदों को याद करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि करगिल विजय दिवस पर मैं उन वीरों को नमन करता हूं जो सब कुछ समर्पित करके भी भारत की रक्षा करते हैं। जय हिंद।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

21वें करगिल विजय दिवस के मौके पर करगिल के शहीदों को देशभर में श्रद्धांजलि दी जा रही है। इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने करगिल के शहीदों को याद किया उन्होंने ट्वीट कर कहा, “करगिल विजय दिवस पर मैं उन वीरों को नमन करता हूं जो सब कुछ समर्पित करके भी भारत की रक्षा करते हैं। जय हिंद।”

वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने करगिल के शूरवीरों को याद करते हुए कहा, “कागिल विजय की 21वीं वर्षगांठ पर मैं भारतीय सशस्त्र बलों के उन बहादुर सैनिकों को सलाम करना चाहूंगा जो चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में दुश्मन से लड़े।”


गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ‘करगिल विजय दिवस' भारत के गौरवशाली, शौर्य और दृढ़ नेतृत्व का प्रतीक।

देश भर में करगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि दी जा रही है। यूपी के प्रयागराज में लोगों ने शहीद जवानों को नमन किया।

आज ही के दिन 21 साल पहले भारत ने करगिल युद्ध में पाकिस्तान को धूल चटाई थी। इसीलिए 26 जुलाई हर सालविजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। करीब दो महीने चला करगिल युद्ध 26 जुलाई 1999 को समाप्त हुआ था।


करगिल युद्ध में कब क्या हुआ, नीचे पढ़िए:

  • 3 मई,1999 : एक बकरवाल (चरवाहे) ने भारतीय सेना को कारगिल में पाकिस्तान सेना द्वारा घुसपैठ कर कब्जा जमाने की सूचनी दी।
  • 5 मई : भारतीय सेना की पेट्रोलिंग टीम जानकारी लेने कारगिल पहुंची तो पाकिस्तानी सेना ने उन्हें हिरासत में लेकर उनमें से 5 की हत्या कर दी।
  • 9 मई : पाकिस्तानियों की गोलाबारी से भारतीय सेना का कारगिल में मौजूद गोला बारूद का भंडार नष्ट हो गया।
  • 10 मई : पहली बार लद्दाख का प्रवेश द्वार यानी द्रास, काकसार और मुश्कोह सेक्टर में पाकिस्तानी घुसपैठियों को देखा गया।
  • 26 मई : भारतीय वायुसेना को कार्यवाही के लिए आदेश दिया गया।
  • 27 मई : कार्यवाही में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ मिग-27 और मिग-29 का भी इस्तेमाल किया।
  • 28 मई : एक मिग-17 हैलीकॉप्टर पाकिस्तान की तोप की जद में आ गया। इसमें चार भारतीय फौजी शहीद हुए।
  • 1 जून : एनएच- 1A पर पकिस्तान की तरफ से भारी गोलाबारी की गई।
  • 5 जून : पाकिस्तानी रेंजर्स से मिले कागजातों को भारतीय सेना ने अखबारों के लिए जरी किया, जिसमें पाकिस्तानी रेंजर्स के मौजूद होने का सबूत था।
  • 6 जून : भारतीय सेना ने पूरी ताकत से जवाबी कार्यवाही शुरू कर दी।
  • 9 जून : बाल्टिक क्षेत्र की 2 अग्रिम चौकियों पर भारतीय सेना ने फिर से कब्जा जमा लिया।
  • 11 जून : भारत ने जनरल परवेज मुशर्रफ और आर्मी चीफ लेफ्टीनेंट जनरल अजीज खान से बातचीत का रिकॉर्डिंग जारी की, जिससे साफ हुआ कि इस घुसपैठ में पाकिस्तानी सेना का हाथ है।
  • 13 जून : भारतीय सेना ने द्रास सेक्टर में तोलिंग पर कब्जा कर लिया।
  • 15 जून : अमेरिकी राष्ट्रपति बिल किलिंटन ने परवेज मुशर्रफ से फोन पर कहा कि वह अपनी सेना को कारगिल सेक्टर से बहार बुला लें।
  • 29 जून : भारतीय सेना ने टाइगर हिल के नजदीक दो महत्त्वपूर्ण चौकियों पोइंट 5060 और पोइंट 5100 पर फिर से कब्जा कर लिया।
  • 2 जुलाई : भारतीय सेना ने कारगिल पर तीन तरफ से हमला बोल दिया।
  • 4 जुलाई : भारतीय सेना ने टाइगर हिल पर दोबारा कब्जा हासिल कर लिया।
  • 5 जुलाई : भारतीय सेना ने द्रास सेक्टर पर अपना कब्जा हासिल किया। इसके तुरंत बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने बिल किलिंटन को बताया कि वह कारगिल से अपनी सेना को हटा रहे हैं।
  • 7 जुलाई : भारतीय सेना ने बटालिक में जुबर हिल पर कब्जा पा लिया।
  • 11 जुलाई : पाकिस्तानी रेंजर्स ने बटालिक से भागना शुरू कर दिया।
  • 14 जुलाई : प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने ऑपरेशन विजय की जीत की घोषणा कर दी।
  • 26 जुलाई : पीएम ने इस दिन को विजय दिवस के रूप में मनाए जाने का ऐलान किया।

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Published: 26 Jul 2020, 9:51 AM