किसान आंदोलन को लेकर राहुल गांधी का मोदी सरकार पर तंज, एक बार फिर कहा- हर हाल में वापस लेना होगा कृषि कानून

किसान आंदोलन को लेकर राहुल गांधी ने तंज कसते हुए कहा है कि तीनों कानूनों को हर हाल में वापस लेना होगा। राहुल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि अन्नदाता का बारिश से नाता पुराना, ना डरते ना करते मौसम का बहाना, तो क्रूर सरकार को फिर से बताना, असंभव किसानों को पीछे हटाना, तीनों क़ानूनों को पड़ेगा लौटाना!

फोटो: Getty Images
फोटो: Getty Images
user

नवजीवन डेस्क

मोदी सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला है। किसान आंदोलन को लेकर राहुल गांधी तंज कसते हुए कहा है कि तीनों कानूनों को हर हाल में वापस लेना होगा। आपको बता दें कि राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि अन्नदाता का बारिश से नाता पुराना, ना डरते ना करते मौसम का बहाना, तो क्रूर सरकार को फिर से बताना, असंभव किसानों को पीछे हटाना, तीनों क़ानूनों को पड़ेगा लौटाना!

इसे भी पढ़ें- राकेश टिकैत की मोदी सरकार को चेतावनी, कहा- डंडे से खत्म नहीं होगा आंदोलन, जरूरत पड़ी तो संसद के भीतर बेचेंगे गेहूं

गौरतलब है कि किसानों और केंद्र के नेताओं के बीच कई दौर की बातचीत राजधानी दिल्ली में हुई है। हालांकि बातचीत में कोई समाधान नहीं निकल सका है। साथ ही किसानों के मुद्दो को लेकर कांग्रेस सहित कुछ दलों की तरफ से यूपी में किसान महापंचायत का आयोजन कर उन्हें अपने पक्ष में करने की कोशिश के तहत काम कर रही है।

इसके अलावा भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश सिंह टिकैत ने कहा कि यह आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से धीरे-धीरे चलता रहेगा। राकेश टिकैत ने कहा “पूरे देश में बड़ी-बड़ी पंचायतें होती रहेंगी। धरने और मीटिंग स्थल पर बैठकें चलती रहेगी।" वहीं जब टिकैत से सरकार से बातचीत पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि “जब सरकार को जरूरत होगी तो बात करेगी। हमें तो जरूरत है नहीं। ना ही हमारे कहने से सरकार बात करेगी। तीनों बिल वापस लेने और एमएसपी पर कानून बनाने के लिए सरकार तैयार हो तो बात कर लेंगे नहीं तो ऐसे ही चलता रहेगा।"

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia