राहुल गांधी ने पाकिस्तानी गोलाबारी में अनाथ हुए बच्चों की पढ़ाई का उठाया जिम्मा, युवा कांग्रेस ने सौंपा चेक

युवा कांग्रेस प्रमुख कहा कि जहां सरकारें मुंह मोड़ लेती हैं, वहां राहुल गांधी साथ खड़े होते हैं। पाकिस्तानी गोलाबारी में अपने मां-बाप को खोने वाले पूंछ के ये मासूम बच्चे अब अकेले नहीं हैं। राहुल गांधी ने इनकी जिम्मेदारी उठाने का संकल्प लिया है।

राहुल गांधी ने पाकिस्तानी गोलाबारी में अनाथ हुए बच्चों की पढ़ाई का उठाया जिम्मा, युवा कांग्रेस ने सौंपा चेक
राहुल गांधी ने पाकिस्तानी गोलाबारी में अनाथ हुए बच्चों की पढ़ाई का उठाया जिम्मा, युवा कांग्रेस ने सौंपा चेक
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नवजीवन डेस्क

भारतीय युवा कांग्रेस ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के निर्देश पर बुधवार को जम्मू-कश्मीर के 30 ऐसे बच्चों की पढ़ाई के लिए चेक प्रदान किए, जिन्होंने भारत-पाक संघर्ष के दौरान पाकिस्तानी गोलाबारी में अपने माता-पिता में से किसी एक या दोनों को खो दिया था। राहुल गांधी ने इन बच्चों की पढ़ाई का खर्च वहन करने का फैसला किया है।

जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा, युवा कांग्रेस के अध्यक्ष उदय भनु चिब, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज चौधरी और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला ने पूंछ पहुंचकर प्रभावित बच्चों को चेक सौंपे। इस मौके पर यूथ कांग्रेस प्रमुख चिब ने कहा कि राहुल गांधी का निर्देश था कि मदद में देरी नहीं होनी चाहिए।


कांग्रेस ने कहा कि पुंछ में प्रभावित परिवारों के बलिदान को सम्मान देते हुए, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस टीम ने डाक बंगला, पुंछ में 30 योग्य स्कूली बच्चों को वित्तीय सहायता के रूप में चेक वितरित किए। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक कर्रा के नेतृत्व में, राहुल गांधी के निर्देशों के तहत, इस कार्यक्रम में भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष उदय भानु चिब, जेकेपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव मोहम्मद शाहनवाज चौधरी और अन्य लोग शामिल हुए। इस विचारशील पहल का उद्देश्य इन युवा लाभार्थियों की शिक्षा और भविष्य को संवारना और उनके परिवारों में आशा और राहत लाना है।

वहीं युवा कांग्रेस प्रमुख चिब ने कहा, ‘‘जहां सरकारें मुंह मोड़ लेती हैं, वहां राहुल गांधी साथ खड़े होते हैं। ये पूंछ के वे मासूम बच्चे हैं, जिन्होंने अपने मां-बाप को पाकिस्तान की गोलाबारी में समय से पहले खो दिया, लेकिन अब ये अकेले नहीं हैं। राहुल गांधी जी ने इनकी ज़िम्मेदारी उठाने का संकल्प लिया है। आज इस संकल्प की पहली कड़ी के रूप में सहायता राशि का पहला हाथ इन बच्चों की ओर बढ़ाया गया है।’’ चिब ने कहा कि राहुल गांधी अब इन 30 बच्चों की शिक्षा और देखभाल की जिम्मेदारी निभाएंगे।

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