20 जवानों की शहादत को लेकर राहुल गांधी का सबसे बड़ा सवाल, वीरों को खतरे की ओर निहत्थे क्यों और किसने भेजा?

राहुल गांधी ने कहा कि चीन ने शस्त्रहीन सैनिकों की हत्या कर एक बहुत बड़ा अपराध किया है। चीन की हिम्मत कैसे हुई जो उसने हमारे निहत्थे सैनियों को मारा? हमारे सैनिकों को निहत्थे वहां शहादत के लिए क्यों और किसने भेजा?

फोटो: INCindia
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लद्दाख की गलवान घाटी में एक हिंसक झड़प में चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा 20 भारतीय सैनिकों की हत्या को लेकर एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सबसे बड़ा सवाल पूछा है। राहुल गांधी ने पूछा कि सैनिकों को 'निहत्थे' शहादत के लिए क्यों भेजा गया था। राहुल गांधी ने गुरुवार वीडियो मैसेज ट्वीट कर कहा, “चीन ने शस्त्रहीन सैनिकों की हत्या कर एक बहुत बड़ा अपराध किया है। चीन की हिम्मत कैसे हुई जो उसने हमारे निहत्थे सैनियों को मारा? हमारे सैनिकों को निहत्थे वहां शहादत के लिए क्यों और किसने भेजा?”

उनकी यह टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सोमवार रात को गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की हत्या पर चुप्पी पर सवाल उठाने के एक दिन बाद आई है।


इससे पहले बुधवार को राहुल गांधी ने एक ट्वीट में पूछा था, "प्रधानमंत्री चुप क्यों है? वह क्यों छिप रहे हैं? बस बहुत हो गया। हमें यह जानना है कि क्या हुआ था? चीन ने हमारे सैनिकों को कैसे मारा? हमारी जमीन लेने की उनकी हिम्मत कैसे हुई?" इसके बाद उन्होंने लद्दाख की गलवान घाटी में एक अधिकारी सहित 20 भारतीय सैनिकों की मौत पर शोक व्यक्त करने के लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा दो दिन बाद कुछ कहे जाने को लेकर भी व्यंग्य किया।

राहुल ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, "अगर यह इतना दर्दनाक था, तो आपके ट्वीट में चीन का नाम न लेकर भारतीय सेना का अपमान क्यों? शोक व्यक्त करने के लिए दो दिन क्यों? सैनिकों के शहीद होने के कारण रैलियों को संबोधित क्यों किया जाता है? क्यों छिपना और सेना को क्रोन मीडिया द्वारा दोषी ठहराये जाने के लिए छोड़ दिया जाना? पेड-मीडिया द्वारा भारत सरकार के बजाय सेना को दोष क्यों दिया जा रहा है?"

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