बारिश, बाढ़ और तबाही! नेपाल ने छोड़ा पानी, नदी का दिखा रौद्र रूप, बिहार का पश्चिम चंपारण प्रभावित, देखें तस्वीरें

बिहार के बाल्मिकीनगर में सिंचाई के लिए गंडक नदी पर बनाए गए बैराज के सभी 36 फाटक खोलने पड़ गए हैं। बुधवार को गंडक का पानी बिहार के बगहा नगर के वार्ड 4, 5, 6, 7, 2 और 3 सहित अन्य क्षेत्रों में पानी फैल गया है। पानी लोगों के घरों में घुस गया।

फोटो: मुन्ना राज
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नवजीवन डेस्क

भारी बारिश के बाद नेपाल ने बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने से यूपी-बिहार के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई जिलों में प्रशासन ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। बिहार के बाल्मिकीनगर में सिंचाई के लिए गंडक नदी पर बनाए गए बैराज के सभी 36 फाटक खोलने पड़ गए हैं।

पश्चिम चंपारण के बगहा नगर के कई मोहल्ले में पानी प्रवेश करने लगा है। बुधवार को गंडक का पानी नगर के वार्ड 4, 5, 6, 7, 2 और 3 सहित अन्य क्षेत्रों में पानी फैल गया है। पानी लोगों के घरों में घुस गया। बता दें कि लगातार बारिश के बाद गंडक, सिकरहना, मसान समेत पहाड़ी नदियों उफान हैं। नदियों ने किनारे बसे गांवों में तबाही मचा रखी हैं।

फोटो: मुन्ना राज
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खबरों के मुताबिक, पश्चिम चंपारण के रामनगर और चौतरवा के दर्जनभर गांवों में पानी घुस गया है। गौनाहा की भितिहरवा पंचायत में मर्जदी गांव को जोड़ने वाले पुल का एप्रोच पथ कटहा नदी की तेज धार में बह गया। इससे दो हजार लोगों का संपर्क प्रखंड और जिला मुख्यालय से भंग हो गया।

दूसरी ओर बारिश के बाद उपजे हालातों को लेकर गंडक बराज का बुधवार को डीएम कुंदन कुमार ने निरीक्षण किया था। उन्होंने सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता मोहम्मद जमील अहमद से जानकारी ली थी। कंट्रोल रूम, गेटों की स्थिति, पानी के डिस्चार्ज को लेकर अधिकारियों से बात की थी।


यूपी के कई इलाकों में हालात खराब है। गंडक नदी नेपाल के त्रिवेणी से भारतीय सीमा यूपी के महराजगंज में प्रवेश करने के बाद बिहार चली जाती है। इस नदी में खतरे का निशान 365.30 फीट पर है। बुधवार को बड़ी गंडक का जलस्तर 360.60 फीट पर रिकार्ड किया गया। महाराजगंज के आस पास इलाकों में पानी घुस चुका है। वहीं राप्ती नदी भी खतरे के निशान से महज दो मीटर नीचे है। रोहिन नदी त्रिमुहानी घाट पर खतरे के निशान से आठ सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी। चंदन नदी भी खतरे के निशान से 45 सेमी ऊपर बह रही है।

गौरतलब है कि लगातार हो रही बारिश से अधिकांश नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। नदियों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। लोग में डर है कि अभी मानसून की पहली झलक है। आगे आने वाले दिनों में क्या होगा।

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