उत्तराखंड में कुमाऊं से गढ़वाल तक बारिश का कहर, काशीपुर में गिरा घर, पति-पत्नी की मौत, अभी जारी रहेगा कहर

कई दिनों से पूरे उत्तराखंड में भारी बारिश से ज्यादातर इलाके जलमग्न हैं। मौसम विभाग ने कहीं ऑरेंज तो कहीं येलो अलर्ट जारी किया है। कई जिलों में विद्यालयों की छुट्टी कर दी गई है। पहाड़ी मार्गों और नदियों के किनारे सतर्कता बरतने को कहा गया है।

उत्तराखंड में कुमाऊं से गढ़वाल तक बारिश का कहर
उत्तराखंड में कुमाऊं से गढ़वाल तक बारिश का कहर
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नवजीवन डेस्क

उत्तराखंड में कुमाऊं से लेकर गढ़वाल और पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश का दौर जारी है। कुमाऊं और गढ़वाल के सभी इलाकों में लगातार हो रही तेज बारिश आफत बनी हुई है। भारी बारिश के बीच लगातार भूस्खलन हो रहा है। राजधानी देहरादून में लगातार 3 दिन से बारिश हो रही है। बारिश की वजह से देहरादून की सड़कों पर पानी भर गया है, जिसके चलते लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

भारी बारिश के चलते काशीपुर में एक मकान की छत गिरने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक युवती घायल हो गई। जानकारी के अनुसार काशीपुर के गांव मिस्सरवाला में शनिवार देर रात परिवार के सभी लोग घर में सो रहे थे। इसी बीच झमाझम बारिश हो रही थी। तभी अचानक पहले मकान की दीवार गिरी और उसके साथ ही छत गिर गई। हादसे में पति और पत्नी छत के नीचे दब गए। हादसे में 65 वर्षीय मोहम्मद नासिर और 60 वर्षीय उनकी पत्नी मोहमद्दी की मौत हो गई जबकि एक युवती गंभीर रूप से घायल हो गई।


मौसम विभाग के अनुसार अभी अगले 5 दिन प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहेगा। तेज बारिश के चलते कुमाऊं की कई नदियां उफान पर हैं तो गढ़वाल और कुमाऊं में पहाड़ों से पत्थर गिर रहे हैं। इस कारण सड़कें भी अवरुद्ध हो रही हैं। इसे देखते हुए कुमाऊं के सभी पहाड़ी जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। पिथौरागढ़, अल्मोड़ा बागेश्वर, नैनीताल और चंपावत में सभी स्कूल बंद रहेंगे। भारी बारिश के अलर्ट पर पांचों जिलों के डीएम ने यह अहम फैसला लिया है।

मौसम विभाग ने नदियों के किनारे और पहाड़ी मार्गों पर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। कई दिनों से प्रदेश भर के ज्यादातर इलाके बारिश में जलमग्न हैं। बाजपुर चाडा के पास पहाड़ी से चट्टान टूटने के कारण बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग एक बार फिर बंद हो गया। मार्ग बंद होने की वजह से गाड़ियों को दूसरे रास्ते से निकालना पड़ रहा है। वहीं रविवार तड़के से देहरादून में बारिश का दौर जारी है। चमोली जिले में मौसम खराब बना हुआ है। यहां भी बारिश हो रही है। केदारनाथ समेत पूरे रुद्रप्रयाग जिले में हल्की बारिश हो रही है। केदारनाथ यात्रा सुचारू है। लगातार बारिश के कारण जौनसार बावर में कई जगह पहाड़ दरक गए हैं।


हरिद्वार में बाणगंगा (रायसी), पिथौरागढ़ में धौलीगंगा (कनज्योति) और नैनीताल में कोसी (बेतालघाट) में नदियों के जल स्तर में वृद्धि हो रही है। भूस्खलन की वजह से लोनिवि साहिया के स्टेट हाईवे समेत कई मोटर मार्ग बंद हैं। स्टेट हाईवे, मुख्य जिला मार्ग समेत 10 मोटर मार्ग बंद होने के कारण जौनसार बावर के करीब 100 गांवों, मजरों व खेड़ों में रहने वाली आबादी का जनजीवन प्रभावित हो गया है।

राज्य के आपदा प्रबंधन सचिव डा रंजीत कुमार सिन्हा के निर्देश पर राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने हरिद्वार, नैनीताल और पिथौरागढ़ के जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर अपने-अपने क्षेत्रों में विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग ने कहीं ऑरेंज तो कहीं येलो अलर्ट जारी किया है। कई जिलों में विद्यालयों की छुट्टी कर दी गई है। पहाड़ी मार्गों और नदियों के किनारे सतर्कता बरतने को कहा गया है।

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