बुलंदशहर हिंसा: अपराधियों को बचा रही है योगी सरकार, कोर्ट की निगरानी में हो न्यायिक जांच - कांग्रेस 

कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि बुलंदशहर में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या के 25 दिन बाद भी प्रशासन हत्यारे को पकड़ने में विफल रहा और ऐसे में इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की निगरानी में जांच होनी चाहिए ताकि न्याय मिल सके।

फोटो: सोशल मीडिया 
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आईएएनएस

कांग्रेस ने 3 दिसंबर को बुलंदशहर में हुई हिंसा की न्यायिक जांच की शनिवार को मांग की है और कहा है कि यूपी में बीजेपी सरकार दोषियों को बचाने का काम कर रही है। इस हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी। कांग्रेस नेता राज बब्बर ने यूपी में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि बीजेपी के अधीन भीड़तंत्र फल-फूल रहा है।

उन्होंने कहा, “घटना के करीब 4 हफ्ते बीत गए और पुलिस को अभी भी इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के हत्यारे के बारे में पता नहीं है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने हत्यारों को पकड़ने के लिए कुछ नहीं किया।” उन्होंने कहा, “बुलंदशहर एक मात्र घटना नहीं है। जब से बीजेपी सत्ता में आई है, तब से ऐसी अनेकों घटनाएं हुई हैं, जहां बीजेपी नेता और उनके गुंडों ने पुलिस अधिकारियों को धमकाया और उनपर हमले किए।”

योगी आदित्यनाथ पर सुबोध सिंह की हत्या की जांच की जगह केवल गोकशी पर ध्यान देने का आरोप लगाते हुए राज बब्बर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश या इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में गठित एक न्यायिक जांच ही न्याय दिला सकती है और सच्चाई को बाहर ला सकती है।

उन्होंने कहा, “जब से नरेंद्र मोदी 2014 से सत्ता में आए हैं, भीड़तंत्र धीरे-धीरे अपना स्थान कायम कर रहा है। पूरे देश में हिंसा और हत्या की कई वारदातें हुई हैं, लेकिन किसी भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई। जब शासक भीड़तंत्र को संरक्षण देता है, तो प्रशासन असहाय हो जाता है।”

राज बब्बर ने बीजेपी विधायक देवेंद्र सिंह के बयान की ओर इशारा कर रहे थे, जिसमें वह बता रहे थे कि कैसे आदित्यनाथ के अधीन सिंह के हत्यारों को बचाने की कोशिश की जा रही है। बता दें कि देवेंद्र सिंह ने शुक्रवार को दावा किया था कि जब भीड़ अनियंत्रित हो गई, तब इंस्पेक्टर सुबोध ने जल्दबाजी में खुद को गोली मार ली।

उन्होंने कहा, “बीजेपी के शासन में उत्तर प्रदेश में महिलाओं समेत आम आदमी भी सुरक्षित नहीं है, आदित्यनाथ सरकार ने सत्ता में बने रहने का अधिकार खो दिया है।” उन्होंने मांग की कि बुलंदशहर घटना की तत्काल न्यायिक जांच कराई जानी चाहिए।

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Published: 29 Dec 2018, 6:47 PM
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